देश के कई इलाकों में बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इसकी वजह यहां बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। वहीं, हरियाणा के यमुनानगर में हथनीकुंड बैराज से फिर पानी छोड़ा गया है। ऐसे में अभी तक दो लाख 57 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया है। जो अगले 48 घंटों में दिल्लीस में दस्त क दे सकता है। पानी की इतनी बड़ी मात्रा एक साथ आने से दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। दिल्ली में प्रशासन ने यमुना के आसपास रह रहे लोगों को अलर्ट कर दिया है। वहीं सिंचाई विभाग ने हाई फ्लड (high flood) घोषित कर दिया है। दिल्ली के इन हालातों को देखते हुए दिल्ली में 1978 की बाढ़ की यादें एक बार फिर से लोगों के जहन में ताजा हो गई है लेकिन फिर भी उम्मीद जताई जा रही है कि दिल्ली को बाढ़ जैसी स्थिति से बचाने यहां के 10 बांध बचा लेंगे। आइए, एक नजर-
1978 में आई थी दिल्ली में बाढ़
यमुना में और दिल्ली के कुछ इलाकों में 1978 में बाढ़ आई थी जब यमुना का लेवल 207.49 मीटर तक पहुंच गया था। इसके बाद से यमुना का वॉटर लेवल इससे ज्यादा नहीं गया। 22 सितंबर 2010 को यमुना का लेवल जरूर 207.18 मीटर तक गया था, वह भी 1978 की बाढ़ से कम था। यमुना पल्ला से दिल्ली में एंट्री करती है। शनिवार को यमुना का लेवल खतरे के निशान से बढ़कर 205.20 मीटर पर पहुंच गया। यमुना में वॉटर लेवल 208 मीटर के आसपास होगा तब ही शहर के लिए खतरे की स्थिति बन पाएगी।
ये हैं दिल्ली के 10 बांध
पल्ला से वजीराबाद का पुश्ता
इस पुश्ते के कारण वजीराबाद तक बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। इसकी लंबाई-18.36 किलोमीटर, ऊंचाई-216.2 मीटर है।
लेफ्ट फारवर्ड पुश्ता
यह पुश्ता यमुना नदी की बाईं ओर बनाया गया है। सोनिया विहार और यूपी के कुछ इलाकों को बाढ़ से बचाने में यह पुश्ता मददगार साबित होता है। इसकी लंबाई- 5,75 किमी, ऊंचाई-211,80 मीटर है।
एस एम बांध
इस बांध की लंबाई 11.9 किमी, ऊंचाई – 209 मीटर
जगतपुर बांध
इस बांध की लंबाई – 4.388 किमी, ऊंचाई – 211 मीटर
यमुना बाजार बांध
इस बांध की लंबाई – 600 मीटर, ऊंचाई-209।12 मीटर
यमुना बाजार मार्जिनल
इस बांध की लंबाई 1.1 किमी, ऊंचाई-208.50 मीटर
मुगल बांध
इस बांध की लंबाई 2.7 किमी, ऊंचाई-208.45 मीटर
पावर हाउस बांध
इस बांध की लंबाई 2.3 किमी, ऊंचाई-207.14 मीटर
लेफ्ट मार्जिनल बांध
इस बांध की लंबाई 6.7 किमी, ऊंचाई-208.44 किमी है।
मदनपुर खादर बांध
इस बांध की लंबाई-3.5 किमी, ऊंचाई-203.8 मीटर है।
यमुना के बैराज
बाढ़ का पानी निकालने के लिए यमुना में 3 बैराज बनाए गए हैं। पहला बैराज वजीराबाद बैराज, दूसरा बैराज आईटीओ पर है, जबकि तीसरा बैराज ओखला में है। बाढ़ का पानी ज्यादा आने पर इन बैराजों के जरिए पानी यूपी की ओर चला जाता है। बाढ़ के पानी को इन बैराजों से निकालकर राजधानी को बाढ़ के खतरे से बचाया जाता है…Next
Read More :
McDonalds के 165 स्टोर कुछ दिन रहेंगे बंद, जानें इसके पीछे की पूरी कहानी
जापान में हाई हील्स के खिलाफ शुरू हुआ #KUTOO कैम्पेन, एक फरमान के बाद महिलाओं ने उठाई आवाज
Read Comments