समलैंगिक अधिकारों की बात करना या उसे कानून का रूप देना बच्चों की सोच पर बुरा असर डाल सकता है. ऐसा हम समलैंगिकों के खिलाफ होने वाले विभिन्न तरह की चर्चाओं में सुनते रहते हैं. हम अकसर इस तरह की चीजों से बच्चों को दूर रखने की कोशिश करते हैं. लेकिन आस्ट्रेलिया की आठ साल की बच्ची ने समलैंगिक अधिकारों के लिए वह कर दिखाया है जिसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी.
दरअसल आस्ट्रेलिया की रहने वाली आठ साल की एब्बे ने ‘गे मैरिज’ का समर्थन किया है तथा इसमें बदलाव को लेकर प्रधानमंत्री टॉनी एबोट को पत्र भी लिखा है. एब्बे ऐसा इसलिए कर रही हैं ताकि उनके अंकल की शादी हो सके.
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मिसेल बार्नेट और ग्रेगरी स्टोरर नाम के दो प्रेमी जोड़े एक दूसरे को बहुत ही ज्यादा चाहते हैं और शादी करना चाहते हैं, लेकिन कानूनी अड़चन होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि दोनों ने इस साल के जनवरी महीने में न्यूजीलैंड जाकर शादी भी की थी लेकिन उनकी शादी को आस्ट्रेलिया में कानूनी वैधता नहीं मिल पाई है. मिसेल बार्नेट और ग्रेगरी स्टोरर दोनों ही एब्बे के अंकल है और पिछले छह महीने से एक साथ रह रहे हैं.
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एब्बे का पत्र –
आदरणीय टॉनी एबोट जी,
मेरा नाम एब्बे है और मैं आठ साल की हूं, मेरे अंकल गे हैं और वह शादी करना चाहते हैं. उन्होंने न्यूजीलैंड में जाकर शादी भी की लेकिन वह आस्ट्रेलिया में रहकर शादी करना चाहते हैं लेकिन कानून इसकी इजाजत नहीं देता. मैं सप्ताह में रोज एक पत्र लीखूंगी ताकि आप गे मैरिज कानून में बदलाव के लिए विचार कर सकें.
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अपनी बहन की बेटी एब्बे के इस निर्णय से उसके अंकल ग्रेगरी स्टोरर काफी हैरान थे. ग्रेगरी स्टोरर का कहना था कि ‘न्यूजीलैंड में शादी के बाद एब्बे जानने के लिए उत्सुक थी कि ‘गे मैरिज’ में बदलाव के लिए क्या किया जा सकता है’. स्टोरर ने आगे कहा कि ‘प्रधानमंत्री टॉनी एबोट की तरफ से जवाब में हो रही देरी की वजह से एब्बे काफी निराश हुई लेकिन वह हिम्मत नहीं हारी. इस मामले में वह एक महीना और इंतजार करेंगी, अगर कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली तो वह आस्ट्रेलिया की महरानी को भी पत्र लिख सकती है’.
ग्रेगरी स्टोरर के अनुसार- ‘समलैंगिक अधिकारों के लिए आवाज उठाना एक आम धारणा बन चुकी है. उस पर यदि आठ साल की एब्बे ने उनके अधिकारों के लिए एक मुहिम छेड़ रखी है तो यह हमारे लिए प्रेरणादायक है’.
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