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Facebook डाटा लीक के बाद कैंब्रिज एनालिटिका पर ताला, दीवालिया घोषित करने के लिए किया आवेदन

Facebook के डेटा लीक स्कैंडल के केंद्र में रही ब्रिटेन की पॉलिटिकल कंसल्टेंसी कैंब्रिज एनालिटिका अपना कामकाज बंद कर रही है। कंपनी ने बताया कि बिजनेस में तेज गिरावट के बाद कैंब्रिज एनालिटिका और ब्रिटिश पैरेंट कंपनी SCL इलेक्शंस लिमिटेड तत्काल प्रभाव से अपना कामकाज बंद कर रही हैं। कंपनी ने घोषणा की है कि वह अमेरिका और ब्रिटेन में खुद को दिवालिया घोषित करेगी। कैंब्रिज एनालिटिका पर आरोप है कि उसने अपने पॉलिटिकल क्लाइंट्स के हित में गलत ढंग से फेसबुक यूजर्स का डेटा हासिल किया। कैंब्रिज एनालिटिका पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों और ब्रेग्जिट के जनमत संग्रह को भी प्रभावित करने का आरोप है।

Shilpi Singh
Shilpi Singh3 May, 2018

 

 

इसलिए हो रहा है बंद

कंपनी ने एक बयान में कहा, यह तय किया गया है कि अब व्यवसाय में बने रहने की कोई संभावना नहीं है। कंपनी पर फेसबुक के करोड़ों उपयोक्ताओं की निजी जानकारी का दुरूपयोग करने का आरोप है। कैम्ब्रिज एनालिटिका पर करीब आठ करोड़ सत्तर लाख फेसबुक यूजर के डेटा चोरी का आरोप है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा है कि हालांकि उस पर लगे आरोप आधारहीन हैं लेकिन ग्राहक नहीं होने की वजह से उसे अपना बिजनेस बंद करना पड़ रहा है।

 

 

कामकाज बंद करने की बताई ये वजह

कंपनी के मुताबिक मीडिया कवरेज की वजह से लगभग सभी ग्राहक और सप्लायर गायब हो गए हैं। इसकी वजह से ये फ़ैसला लिया गया है कि अब इस बिजनेस में ऑपरेट करना आर्थिक रूप से फायदे का सौदा नहीं रह गया है। कंपनी ने ब्रिटेन और अमेरिका में स्वयं को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन भी कर दिया है।

 

 

क्या हैं कैंब्रिज एनालिटिका पर आरोप

कंपनी पर 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों और यूके ब्रेग्जिट के जनमत संग्रह में फेसबुक यूजर्स के पर्सनल डेटा का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है. मार्च में चैनल 4 ने कैंब्रिज एनालिटिका के CEO एलेक्जेंडर निक्स का एक अंडरकवर फुटेज चलाया था, जिसमें वह बता रहे थे कि कैसे उनकी फर्म दुनिया भर में चुनावों पर असर डाल सकती है।

 

 

कैम्ब्रिज एनालिटिका ने डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था

बता दें कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने दो हजार सोलह के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था। हाल ही में कंपनी पर ये भी आरोप लगा था कि उसने 2014 में भारत के आम चुनावों को भी प्रभावित किया था। फेसबुक ने भी स्वीकार किया था कि करीब नौ करोड़ यूजर्स के डेटा में कैंब्रिज एनालिटिका ने सेंध लगाई थी। भारत सरकार ने इस मामले में कड़ा एतराज जताते हुए फेसबुक पर कार्रवाई की बात कही थी।

 

 

डेटा लीकमेंफेसबुक की जांच चालू

इस बीच, सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने कहा है कि डेटा लीक से जुड़े इस मामले में उसकी खुद की जांच चालू रहेगी। Facebook के प्रवक्ता ने कहा है, ‘यह घटनाक्रम पूरे मामले को समझने और आगे दोबारा ऐसा न हो, यह सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता और दृढ़ निश्चय पर असर नहीं डालेगा।’ उन्होंने बताया, ‘हम संबंधित अथॉरिटीज के सहयोग से इस मामले की जांच जारी रखेंगे।’

 

 

भारत को नहीं मिलेगा जवाब?

गौरतलब है कि मामले के खुलासे के बाद भारत सरकार ने भी कैम्ब्रिज एनालिटिका पर कड़ा रुख अपनाया था. सरकार की ओर से कंपनी से नोटिस जारी किया गया था. लेकिन अब जब कंपनी ने काम बंद करने की ही घोषणा कर दी है, तो इससे संशय पैदा होता है कि क्या अब भारत सरकार को उसके सवालों का जवाब मिल पाएगा या नहीं।Next

 

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