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इनके अनूठे प्रयास से अब कोई नहीं ढूंढ़ता डस्टबिन में खाना

गरीबी और भुखमरी भारत  की मुख्या समस्या है, न जाने  कितने लोग रोज दिन भर मेहनत करने के बाद रात को भूखे सोने को मजबूर होते हैं. इस समस्या का समाधान तुरंत संभव नहीं,परन्तु कुछ प्रयासों के दम पर  समस्या का निवारण अवश्य  किया जा सकता है.


Kochi


केरल राज्य के  कोच्चि नगर, में  स्तिथ एक रेस्टोरेंट ‘पप्पादवदा’ ने  रोड पर  एक फ्रीज की व्यवस्था की  है . रेस्टॉरेंट मालिक  मीनू पॉलीन अपने यहाँ आने वाले कस्टमर्स से उनके बचे हुए खाने को उस फ्रीज में रखने की रिक्वेस्ट करती हैं.


मीनू पॉलीन के अनुसार -“मैंने एक दिन,एक बेघर बूढी महिला को डस्टबिन में खाना ढूंढ़ते हुए देखा, उसके चेहरे पर उदासी की रेखायें उसके पेट की आग को बयाँ कर रही थी, उस दिन हमारे रेस्टोरेंट में काफी खाना बचा हुआ था, तभी मेरे दिमाग में यह आईडिया आया जिससे अनेक लोगों का पेट भरा जा सकता है”.


रोड के किनारे लगे इस फ्रीज को ‘ट्री ऑफ़ गुडनेस’ का नाम दिया गया है. इसको कभी भी लॉक नहीं किया जाता, जरूररत मंद लोग बिना किसी पूछताछ के इसमें से खाना निकाल सकते हैं. लेकिन इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है कि भोजन फ्रेश और अच्छे से पैक किया गया हो.


मीनू बताती हैं कि  “हम लोगों को उनके द्वारा रखे जाने वाले आइटम्स के बैग पर तारीख और समय लिखने को कहते हैं ताकि कोई बेकार खाना खाकर बीमार न हो”. कोच्चि के स्थानीय निवासी के अनुसार “मीनू  की एक कोशिश ने बहुत सारे लोगों के पेट भरने का इंतजाम कर दिया है, आसपास रहने वाला अब कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहता “.


इस फ्रीज में 80 प्रतिशत खाना  मीनू खुद रखवाती हैं, ताकि आने वाले लोग उत्साहित होकर उनकी इस मुहीम में बढ़ चढ़ कर भाग लें. भारत के सभी होटल और रेस्टॉरेंट यह तरीका अपना ले तो  भारत की दशा में परिवर्तन निश्चित है…Next


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