14 नवंबर को पूरे देश में बालदिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन भी होता है। बच्चों से अधिक मुहब्बत के चलते उनके जन्मदिन को बालदिवस के तौर पर हर साल मनाया जाता है। जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन पर आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़े रोचक किस्सों के बारे में।
किसानों ने बनाया नेता
इलाहाबाद के संभ्रांत परिवार में जन्मे जवाहर लाल नेहरू ने 1912 में बार एट लॉ की उपाधि हासिल करने के बाद कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर दी। लेकिन कुछ समय बाद ही उनका मन कोर्ट कचहरी से उचटने लगा और वह राजनीति की ओर झुकने लगे। इसी दौरान उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता हासिल की। 1920 में प्रतापगढ़ किसान मार्च के लिए उनको पहचान हासिल हुई। इस मार्च के लिए उन्होंने अलग अलग गुटों में बंटे किसानों को एकजुट किया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और राजीनति के शीर्ष पर पहुंच गए।
महात्मा गांधी ने बनाया पीएम
जवाहर लाल नेहरू 1912 में कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद कई मोर्चों में शामिल हुए और चर्चा में आ गए। महात्मा गांधी से उनकी पहली मुलाकात 1916 में हुई। इस मुलाकात में जवाहर लाल नेहरू बापू से बेहद प्रभावित हो गए। जबकि, बापू को जवाहर में मजबूत लीडर नजर आया और वह उन्हें राजनीति में आगे तक लेकर गए। इसके बाद जवाहर लाल नेहरू 6 बार कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए।
पटेल और आचार्य कृपलानी ने नाम वापस लिए
1947 में आजादी के बाद प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए कांग्रेस के सदस्यों ने मतदान। प्रधानमंत्री की रेस में जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल और आचार्य कृपलानी प्रमुख रूप से थे। मतदान के बाद परिणाम में सर्वाधिक वोट सरदार पटेल और आचार्य कृपलानी को हासिल हुए। इस तरह से इन दोनों में से ही किसी को देश का पहला प्रधानमंत्री चुना जाना था। लेकिन, महात्मा गांधी के कहने पर इन दोनों लोगों ने अपने नाम प्रधानमंत्री बनने की रेस से वापस ले लिए। इसके बाद जवाहर लाल नेहरू को देश का पहला प्रधानमंत्री चुन लिया गया।…Next
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