चाहे आप किसी भी सामाजिक वर्ग से ताल्लुक क्यों न रखते हों, कभी न कभी आपका भी सामना ऐसे किसी दृश्य से जरुर हुआ होगा. उजड़े-बिखरे बाल, मैले कुचैले कपड़े और बढ़ी हुई बेतरतीब दाढ़ी वाला कोई शख्स किसी बस में चढ़ आए और हर कोई उससे दूरी बनाने के लिए जद्दोजहद करने लगे. या कभी किसी ट्रैफिक सिगनल पर ऐसे किसी आदमी, औरत या बच्चे को भीख मांगते या निरुद्देश्य घूमते हुए हम देखते हैं. हम इन लोगों को भले ही चंद रुपए थमा दें पर अक्सर हम यह स्वीकार नहीं कर पाते हैं कि ये बेघर लोग भी हमारी तरह ही इंसान हैं और ये भी आम लोगों की तरह दिख सकते हैं.
इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रही है जिसे देख किसी का भी दिल पसीज सकता है. इस वीडियो में उन बेघर लोगों की छलकते भावनाओं को कैद करने की कोशिश की गई है जब कुछ वालंटियर नाईयों के द्वारा उनके हेयरकट और शेविंग करने के बाद उन्हें शीशे के सामने लाया गया.
Read: भावुक पुरुष होते हैं ज्यादा वफादार!!
खुद को इस रुप में देखकर कुछ बेघर लोग पूरी तरह से नि:शब्द हो गए तो कुछ अपने नाई के सामने हाथ जोड़े खड़े थे. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि भावनाएं हर इंसान में एक जैसी होती हैं चाहे वे गरीब हो, चाहे अमीर. सच तो यह है कि बुनियादी रुप से इंसान-इंसान में कोई भेद नहीं होता. हमारी छोटी सी कोशिश किसी बेघर के चेहरे पर वह मुस्कान ला सकती है जिसके आगे दुनिया की सारी दौलत फीकी पड़ जाए.
वैसे तो यह वीडियो अमेरिका के शहर लॉस एंजिल्स का है पर भारत में शायद ऐसी संवेदनशीलता की अधिक आवश्यकता है. एक अनुमान के मुताबिक भारत में तकरीबन 2 करोड़ 30 लाख लोग बेघर हैं. जहां एक तरफ गांव सिमट रहे हैं वहीं शहर की तरफ पलायन निरंतर बढ़ रहा है. गरीबी और बेरोजगारी के मारे ग्रामीण जब बेहतर भविष्य की आश लिए शहर पहुंचते हैं तो पाते हैं कि आर्थिक सहारे की आस में वे गांव तो छोड़ आए पर इस अंजान और भागते-दौड़ते शहर में उनके लिए कोई सामाजिक और भावनात्मक सहारा भी नहीं है. सोचिए उनके लिए यह थोड़ी सद्भावना कितने मायने रखती होगी.
पिछले दो दशक में भारत में झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों की संख्या दोगुनी हो गई है. भारत में 29 करोड़ से अधिक लोग रोजना 60 रुपए से भी कम कमा पाते हैं. अगर 2011 की जनगणना को आधार माने तो उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक (18.56%) लोग बेघर हैं. 11.9% के साथ महाराष्ट्र देश में बेघरों की संख्या में दूसरे स्थान पर है तो वही राजस्थान तीसरे स्थान पर है. यहां 10.24% लोग बेघर हैं.Next…
Read more:
Read Comments