सच सामने लाने वाले 1000 हजार से ज्यादा पत्रकारों की हत्या की रिपोर्ट सामने आने के बाद से विश्व समुदाय में हड़कंप मचा हुआ है। यूनेस्को ने एक डाटा शेयर करते हुए बताया है कि सच्चाई को सबके सामने लाने वाले पत्रकारों को रोकने के लिए उनकी हत्या कर दी गई है। यह बेहद ही खतरनाक और डरावना है।
सच को दबाने के इरादे से मर्डर
दुनियाभर में सच्चाई को दबाने के लिए झूठ को जमकर फैलाया जा रहा है। सोशल मीडिया के दौर में बड़े पैमाने पर लोगों तक गलत सूचनाएं और झूठे आंकड़े शेयर किए जा रहे हैं। सच सामने लाने वाले पत्रकारों की हत्या की जा रही है। यूनेस्को ने पत्रकारों की हत्या से संबंधित आंकड़ा शेयर किया है जो बेहद डरावना है।
12 साल में एक हजार से ज्यादा हत्या
यूनेस्को ने Keep Truth Alive वेबसाइट के डाटा को शेयर करते हुए दुनियाभर से अपील की है कि सच को सामने लाने के लिए इस डाटा को शेयर करना जरूरी है। इस डाटा के तहत पिछले 12 सालों में 1010 पत्रकारों की हत्या इसलिए की जा चुकी है क्योंकि वह सच के साथ खड़े थे।
न्याय के लिए कोर्ट में चल रही लड़ाई
रिपोर्ट में साफ किया गया है कि दुनियाभर में हुई पत्रकारों की हत्या की वजह सच सामने न लाने के इरादे से की गई है। ये सभी पत्रकार अपनी ड्यूटी पर निकले तो लेकिन शाम को काम खत्म कर घर नहीं लौट सके। उनके परिजन आज भी न्याय पाने के लिए कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे हैं।
भारत में 17, पाकिस्तान में 40 की जान ली
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भी सच को दबाने के इरादे से पत्रकारों की हत्या की गई। भारत में 12 सालों में 17 पत्रकारों की हत्या की जा चुकी है। इसी तरह पाकिस्तान में 40 पत्रकार मारे गए। 47 पत्रकार म्यांमार में और 97 पत्रकार अफगानिस्तान में मारे गए हैं। इसी तरह श्रीलंका में 7 और नेपाल में 21 पत्रकारों की हत्या की गई है।…Next
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