भारत में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामले सबके लिए मुसीबत बने हुए हैं। इस बीच कोरोना के इलाज में कारगर दवा को बिक्री की मंजूरी दे दी गई है। 29 जुलाई से इस दवा की बिक्री भी मेडिकल स्टोर्स पर शुरू कर दी गई है। इस दवा की कीमत बेहद कम रखी गई है।
हेट्रो लैब्स की दवा को एप्रूवल मिला
रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की दवा निर्माता कंपनी हेट्रो लैब्स ने कहा है कि कोरोना के इलाज में कारगर उसकी एंटी वायरल दवा फेवीपिराविर की बिक्री का एप्रूवल मिल गया है। भारत दवा महा नियंत्रक डीजीसीआई ने बिक्री की अनुमति दे दी है। देश के मेडिकल स्टोर्स पर यह दवा फेविविर (Favivir) के नाम से उपलब्ध होगी।
29 जुलाई से मेडिकल स्टोर्स पर बिक्री शुरू
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के माइल्ड सिम्टम्स वाले मरीजों के इलाज में फेवीपिराविर दवा का इस्तेमाल किया जाएगा। इस दवा की कीमत 59 रुपये प्रति टेबलेट रखा गया है। यह दवा केवल डॉक्टर के लिखे पर्चे पर ही खरीदा जा सकेगी। हेट्रो लैब्स के मुताबिक फेवीपिराविर दवा 29 जुलाई से देश के हर मेडिकल स्टोर्स पर बिक्री के लिए उपलब्ध है।
कोरोना के इलाज के लिए हेट्रो की यह दूसरी दवा
कोरोना के इलाज में कारगर होने वाली हेट्रो लैब की यह दूसरी दवा है। इससे पहले रेमेडेसिवियर कोवीफोर को भी लांच किया जा चुका है। इस दवा को भी डीजीसीआई से एप्रूवल हासिल हो चुका है। रिपोर्ट के अनुसार रेमेडेसिवियर कोवीफोर दवा का इस्तेमाल इमर्जेंसी कंडीशन वाले रोगियों पर किया जा रहा है।
इन 4 फार्मा कंपनियों को भी मिली अनुमति
रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक फेवीपिरावीर मूल रूप से जापान की विकसित की गई दवा है। जापान ने इसे इन्फ्लुएंजा के लिए इलाज के लिए एवीगन नाम से बनाया है। हेट्रो लैब्स के अलावा भारत में फेवीपिरावीर दवा को बनाने और बेचने की अनुमति ग्लेनमार्क फार्मा, सिपला, ब्रिंटन फार्मा और जेनबक्ट फार्मा शामिल हैं।..NEXT
Read More :
फाइनल स्टेज पर पहुंची कोरोना की दो वैक्सीन, दुनियाभर में 23 वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल फेज में
फांसी पर लटकने से पहले ही मर गए 8 हत्यारे, मौत की वजह बनी ये बीमारी
कहीं फेस मास्क ही न दे दे कोरोना वायरस, खरीदने और उसके इस्तेमाल से पहले जान लें ये बातें
देश के एक राज्य में कोरोना के लाखों संक्रमित और एक में एक भी मरीज नहीं, जानिए राज्यों की ताजा स्थिति
शरीर में चकत्ते और खुजली हो तो लापरवाही न बरतें, ये कोरोना संक्रमण का संकेत, रिसर्च में दावा
दुनिया के 12 देशों की सीमा लांघ नहीं पाया कोरोना, अब तक नहीं मिला एक भी मरीज
Read Comments