दुनियाभर की तेजी से बढ़ती आबादी के चलते जंगल कम होते जा रहे हैं। इस वजह से जंगली जानवरों को रहने के लिए ठिकाना मिलना मुश्किल होता जा रहा है। यही वजह है कि शेर, चीता, तेंदुआ जैसे खतरनाक जानवर जंगल से निकलकर आबादी क्षेत्र में घुस रहे हैं और खुद के साथ ही मनुष्यों के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। केन्या के मसाई समुदाय ने इन खतरनाक जानवरों से खुद की और उनकी सुरक्षा के लिए अनोखा तरीका अपनाया है, जिसकी दुनियाभर में तारीफ की जा रही है।
केन्या का बड़ा भूभाग जंगली
केन्या देश का बड़ा भूस्थल जंगली है। यहां बड़ी संख्या में दुर्लभ प्रजाति के जीराफ, तेंदुआ और उन्य जीवों की प्रजातियां पाई जाती हैं। यहां कई नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ सेंचुरी भी बनाई गई हैं। यहां की आबादी का बड़ा हिस्सा मसाई जनजातीय लोगों का है, जो जंगलों में ही निवास करता है। लगातार हो रहे विकास कार्यों और निर्माण के चलते मैदानी क्षेत्र घट गया है और इस समुदाय के लोग खतरनाक जंगली जीवों के बीच रहने को मजबूर हैं।
नैरोबी के नेशनल पार्क में लायन लाइट्स
जंगली जानवरों से बचाव के लिए केन्या की सरकार ने नैरोबी के दक्षिणी इलाके के नेशनल पार्क का बड़ा हिस्सा कटीले तारों को लगाकर जंगलों को घेर रखा है। इलाका बड़ा होने के चलते तीन तरफ तो तारों को लगाकर सुरक्षा दीवार बनाई गई है लेकिन एक तरह का काफी हिस्सा खुला है। ऐसे में यहां से बंदर, जीराफ, हाथी, ऊंट, शेर, चीता जैसे तमाम जीव रिहायशी इलाकों में आकर अपनी और मनुष्यों की जान जोखिम डाल लेते हैं।
शाम होते ही जलना और बुझना शुरू
इन जानवरों से बचने और उनकी जान बचाने के लिए मसाई समुदाय के लोगों ने वाइल्ड लाइफ फाउंडेशन के साथ मिलकर लायन लाइट्स बनाई हैं। यह लाइट्स सूर्य की रोशनी से चार्ज होती हैं और अंधेरा होते ही ऑटोमेटिक डिप करके जलना बुझना शुरू कर देती हैं। लाइट के जलने बुझने से जंगली जानवर वाइल्ड लाइफ ऐरिया से बाहर नहीं निकलते हैं।
दुनियाभर से मसाई समुदाय को सराहना मिली
मसाई समुदाय के प्रमुख निकसन परमिसा ने यूनाइटेड नेशन की टीम से बात करते हुए कहा कि वह लोग जीवों की सुरक्षा के लिए गंभीर हैं आखिर वह उनके बीच रहते हैं। ऐसे में उनकी सबसे पहली जिम्मेदारी है कि वह इन बेजुबानों की सुरक्षा के लिए कमद उठाएं हैं। उन्होंने लायन लाइट्स का जिक्र करते हुए कहा कि हमने कर दिखाया है। इन लाइट्स की बदौलत हम शेर, चीता को जंगल में ही सुरक्षित रखने में कामयाब हो रहे हैं। मसाई समुदाय की इस कोशिश को दुनियाभर में सराहना मिल रही है।…Next
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