Menu
blogid : 316 postid : 779752

जिसे जन्म लेते ही डॉक्टरों ने मार देने का सुझाव दिया था वह औरों को दिखा रहा है जीने की राह… पढिए प्रकृति को चुनौती देती हौसले की अद्भुत कहानी

हौसले बुलंद हो तो इंसान प्रकृति की चुनौतियों को भी लांघ जाता है या शायद यूं कहें की बुलंद हौसले वालों को ही प्रकृति अपनी सबसे मुश्किल चुनौती पेश करती है. 37 साल के क्लाउडियो विएरा डी ओलिविएरा शायद ऐसे ही व्यक्ति हैं जिनका चयन प्रकृति ने अपनी सबसे मुश्किल चुनौती के लिए किया है. इनकी शरीर की बनावट देखकर कोई भी हैरान रह सकता है पर इनका संघर्ष और हौसले की दास्तां सुनकर आपकी हैरानी कई गुना बढ़ सकती है.


Claudio-Vieira-de-Oliveira (1)


ब्राजील के मोंटे सान्टो शहर के निवासी क्लाउडियो का सिर जन्म से ही उनके पीठ पर उल्टा लटका है. उनकी टांग भी बुरी तरह विकृत है जबकि दोनों हाथ लगभग किसी काम के नहीं हैं. पर इन सभी कठनाईयों को दरकिनार करते हुए क्लाउडियो आज हजारों लोगों को प्रेरित करने वाले सार्वजनिक वक्ता हैं.


Read: ऐसा गैंग जो नशे में धुत्त लड़कियों के साथ बलात्कार कर अपनी हैवानियत भरी तस्वीरें फेसबुक पर अपलोड करता है


जन्म लेते ही डॉक्टरों ने क्लाउडियो के मां को सुझाव दिया था कि वह उसे खिलाना बंद कर दे क्योंकि उसके जीने की कोई संभावना नहीं है पर क्लाउडियो की मां ने हर मुश्किल परिस्थिति का सामना करते हुए उसे न केवल अकाउंट्स विषय में न सिर्फ स्नातक करवाया बल्कि सार्वजनिक वक्ता बनने के लिए भी प्रोत्सहित किया.


Claudio-Vieira-de-Oliveira (2)


क्लाअडियो कहते हैं कि  बचपन से ही उनकी कोशिश रहती थी कि वे खुद को व्यस्त रखें और अपने काम में ध्यान लगा सकूं. मैं पूरी तरह से दूसरों पे निर्भर नहीं रहना चाहता था.

क्लाअडियो आगे कहते हैं, “मैने खुद से टीवी चलाना सीखा, रेडियो चालू करना सीखा, सेल फोन, कंप्यूटर, इंटरनेट इत्यादि मैं बिना किसी की सहायता लिए चला लेता हूं.”

क्लाउडियो मुंह में थामी पेन की मदद से टाईप करते हैं, मोबाईल और कंप्यूटर माउस का इस्तेमाल करने के लिए होंठों का प्रयोग करते हैं और उनके खास तरह के जूते उन्हें चलने-फिरने में मदद करते हैं.


सेल्फी लेने के चक्कर में कुछ ऐसा हो गया जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी


क्लाउडियो की मां कहती हैं कि उसकी परवरिश किसी आम बच्चे की तरह ही हुई है. हमने कभी भी उसपर किसी भी तरह की पाबंदी नहीं लगाई. वह अपनी इच्छा अनुसार काम करता रहा और शायद यही वजह है कि आज क्लाउडियो का आत्मविश्वास इतना गजब का है. वह शहर की गलियों में घुमने में किसी प्रकार शर्म नहीं महसूस करता. वह गाना गाता है और नृत्य भी करता है.

क्लाउडियो के परिवार ने घर में कई तरह की तब्दीलियां की हैं ताकि क्लाउडियो को किसा तरह की परेशानी न हो. क्लाउडियो का बेड, प्लग और लाईट आदि की उंचाई कम की गई है ताकि इन छोटे-छोटे कामों के लिए उसे किसी की मदद न लेनी पड़े.

डॉक्टरों का कहना है कि क्लाउडियो आर्थ्रोग्रीपोसिस नामक दुर्लभ बिमारी से पीड़ित है. उसके हाथों और पांवों की जोड़ों में सिकुड़न होने की वजह से उसकी मांसपेशियां ठीक से खुल नहीं पाती.


Claudio-Vieira-de-Oliveira


खुद के बारे में क्लाउडियो का कहना है कि, “जिंदगी भर मैंने अपने शरीर को दुनिया के अनरूप ढाला है. अब मैं खुद को अलग नहीं महसूस करता. मैं भी एक समान्य इंसान हूं. मैं चीजों को उल्टा नहीं देखता. यह एक चीज है जो एक वक्ता के तौर पर मैं अपने हर लेक्चर में अपने श्रोताओं को बताता हूं.”

क्लाउडियो आगे कहते हैं कि, “ अब मैं अपने काम में बेहद सहज महसूस करता हूं. सार्वजनिक मंच पर जाने में अब मुझे कोई डर नहीं लगता. मैं अब किसी से भी आत्मविश्वास के साथ कह सकता हूं कि मैं एक पेशेवर अंतरराष्ट्रीय वक्ता हूं और मुझे विश्वभर से निमंत्रण मिलता है.”


करोड़पति जो भीख मांगे बिना जी नहीं सकता, जानिए जिंदगी का सच

बर्गर खाने के चक्कर में कहीं आप मानव मांस तो नहीं खा रहे, यह दिल दहला देने वाली खबर आपकी आंखें खोल देगी

बेतुके सवालों से घिरे हम भारतीय जब देखो तब दूसरों के काम में टांग अड़ाते रहते हैं..ये आर्टिकल आपको बताएगा कितने फनी हैं आप !!

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh