पूरी दुनिया इस वक्त चीन से फैले कोरोना वायरस से परेशान है। भारत में भी अब तक कुछ मामलों की पुष्टि हो चुकी है और संदिग्धों की जांच जारी है। वहीं, भारत के बड़ी संख्या में बच्चे एक अन्य बीमारी की चपेट में आ गए हैं। इससे उनके स्वास्थ्य और जान को खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर जारी किए गए आंकड़े काफी डरावने हैं।
आंकड़े खतरनाक
राष्ट्रीय डीवार्मिंग डे के अवसर पर भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बच्चों में बढ़ रही खतरनाक बीमारी को लेकर आंकड़े जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कृमि मुक्त भारत मिशन के तहत जारी रिपोर्ट में बताया है कि देश के अलग अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में बच्चे एनीमिया यानी खून की कमी की बीमारी से जूझ रहे हैं। इससे उनकी ग्रोथ रुक जा रही है और वह विभिन्न तरह की बीमारियों का शिकार होकर मौत के मुंह में समा जा रहे हैं।
कोई पीछे न छूटे कार्यक्रम
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कृमि मुक्त भारत बनाने के लिए ‘कोई पीछे न छूटे’ कार्यक्रम के तहत बताया है कि देशभर में 10 में से 6 बच्चे एनीमिया की शिकायत से परेशान हैं। यह आंकड़ा बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता करने के लिए मजबूर करता है। इसका मतलब यह है कि 10 में से 6 बच्चों के शरीर में पर्याप्त मात्रा में खून नहीं है। इस बीमारी की वजह पेट में मौजूद कीड़े हैं जो खाने को खा जाते हैं और बच्चे के शरीर को उसके पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं।
बचाव का तरीका
सरकार की ओर से इस बीमारी से बचने के उपाय भी बताए गए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक बच्चों में एनीमिया की शिकायत पेट के कीड़ों की वजह से बढ़ रही है। बच्चों के पेट में कीड़े संक्रमित भोजन करने और स्वच्छता नहीं होने की वजह से फैलते हैं। इससे बचने के लिए हाथों को स्वच्छ रखना बेहद जरूरी है। शौच के बाद, खाने से पहले और हर तरह की आउटडोर एक्टिविटी के बाद हाथों को साबुन से धुलना जरूर है। तभी बच्चों को इस बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सकता है।…NEXT
Read More:
कोरोना वायरस : हेल्पलाइन नंबर पर तकलीफ बताइये तुरंत आएगी मेडिकल टीम
पता ही नहीं चलती बीमारी और छटपटा कर मर जाता है शिकार, जानिए क्या है कोरोना वायरस
मुत्यु दंड के दोषी को कैसे दी जाती है फांसी, समझिए पूरी प्रक्रिया
Read Comments