सिगरेट या अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन आमतौर पर लोक शौकिया शुरू करते हैं। मगर कुछ समय बाद इनकी लत हो जाती है। तंबाकू उत्पादों के पैकेट पर इसके नुकसान के बारे में स्पष्ट रूप से बताया जाता है। लोगों को भी इसके नुकसान की जानकारी होती है। बावजूद इसके लोग इसका सेवन करते हैं। कई बार इस लत से परेशान होकर लोग तंबाकू उत्पादों का सेवन बंद करना चाहते हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाते। अगर आप भी ऐसी परेशानी से जूझ रहे हैं, तो आपको आसानी से मदद मिलेगी और ये मदद तंबाकू उत्पाद का पैकेट दिलाएगा। आइये आपको बताते हैं कि कैसे ये पैकेट आपकी मदद करेंगे।
टोल फ्री नंबर तंबाकू की लत छोड़ने में करेगा मदद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सितंबर महीने से सभी तंबाकू उत्पादों और सिगरेट के पैकेट्स पर एक नेशनल टोल फ्री नंबर (क्विटलाइन नंबर) अंकित होगा। इस नंबर से लोगों को सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों की लत छोड़ने में मदद मिलेगी। इसके अलावा तंबाकू उत्पादों और सिगरेट के पैकेट्स पर 85 फीसदी हिस्से में बड़ी सांकेतिक तस्वीर व मैसेज होंगे। इनमें ऐसे उत्पादों के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में चेतावनी लिखी होगी।
क्विटलाइन नंबर 1800-11-2356 अंकित होगा
खबरों की मानें, तो नई चेतावनी 1 सितंबर से प्रभावी होगी। पैकेट्स पर ‘तंबाकू दर्दनाक मौत का कारण बनता है’ और ‘तंबाकू से कैंसर होता है’ जैसे मैसेज लिखे होंगे। पैकेट पर क्विटलाइन नंबर 1800-11-2356 अंकित होगा। इस नंबर पर फोन करके तंबाकू उत्पादों और सिगरेट की लत छोड़ने के उपाय व मार्गदर्शन प्राप्त किए जा सकेंगे। यह नंबर टोल फ्री होगा यानी इस पर फोन करने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।
मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी की, जिसमें नई चेतावनियों के इस्तेमाल और क्विटलाइन नंबर को शामिल किए जाने पर कुछ संशोधन किए गए हैं। अधिसूचना में कहा गया है कि इन नियमों को सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (पैकेजिंग ऐंड लेबेलिंग) द्वितीय संशोधन नियम, 2018 कहा जा सकता है। ये 1 सितंबर 2018 से प्रभावी होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि इन नियमों का मकसद तंबाकू के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना है…Next
Read More:
सलमान से मिलने के लिए लड़की ने पार की दीवानगी की हद! सिक्योरिटी गार्ड्स ने पहुंचाया थाने
IPL के 6 रोमांचक मुकाबले, जिनमें आखिरी गेंद पर थम गई सांसें!
… तो क्या अब यूपी की राजनीति छोड़ देंगे शिवपाल यादव!
Read Comments