ठंड के मौसम हर किसी की थाली में भोजन की मात्रा बढ़ जाती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि सर्दियों में खास तरह के हार्मोंस के डेवलप होने से हर तरह का भोजन आसानी से पच जाता है। लेकिन, भोजन में शामिल होने वाली दो ऐसी वस्तुएं हैं जो आपकी जान के लिए खतरा भी बन सकती हैं। आईए जानते हैं कौन सी वस्तुओं को खाने में सावधानी बरतनी चाहिए।
प्रोटीन और विटामिन की खान
यूं तो किसी भी खाद्य पदार्थ का अधिक मात्रा में सेवन करना सेहत के लिए खतरना हो सकता है। लेकिन, गरम मसाले का हिस्सा जायफल की थोड़ी सी भी मात्रा अधिक होने पर यह आपके लिए भारी नुकसानदायक हो सकती है। वहीं, प्रोटीन और विटामिन की खान कही जाने वाली लाल सोयाबीन को सही तरह से नहीं पकाने पर यह जान भी ले सकती है।
सही प्रकिया से नहीं पकाया तो नुकसानदायक
कई शोध में यह बात सामने आ चुकी है कि बींस में प्रोटीन, विटामिन, फाइबर और खनिज की मात्रा खूब होती है। इसलिए चिकित्सक इसे खाने की सलाह भी देते हैं। लेकिन, लाल सोयाबीन अगर सही प्रक्रिया अपनाकर पकाया नहीं गया तो यह आपके पाचन तंत्र की बखिया उधेड़ सकता है। यहां तक कि जान के लाले भी पड़ सकते हैं।
12 घंटे तक पानी में फुलाएं फिर उबालें
शोधकर्ताओं के मुताबिक लाल सोयाबीन में फाइबर, विटामिन, खनिज और प्रोटीन होने के साथ ही भारी मात्रा में वसा भी होती है। लाल सोयाबीन के सेवन के लिए इसे पकाने से 12 घंटे पहले ही पानी फुलाने के लिए रखना चाहिए और इसे उबालकर ही पकाना चाहिए। खाने में इसकी कम मात्रा ही लेनी चाहिए, अधिक मात्रा बीमार कर सकती है।
थोड़ी सी भी अधिक मात्रा बीमारी का कारण
विशेषज्ञों के मुताबिक मसालों का महत्वपूर्ण हिस्सा जायफल की थोड़ी सी भी अधिक मात्रा होने पर यह तत्काल कई तरह की बीमारियों को बुलावा दे देता है। इंडोनेशिया में बड़ी संख्या में पेड़ों से निकलने वाले जायफल को नॉनवेज बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। आलू समेत कुछ अन्य तरह की रेसीपीज में भी इसका उपयोग होने लगा है।
पाचन तंत्र डैमेज होने का खतरा
विशेषज्ञों के अुनसार जायफल की अधिक मात्रा किसी का भी पाचन तंत्र डैमेज कर सकती है। इसके गर्म होने के चलते उल्टियां और दस्त शुरू हो जाते हैं। मात्रा अधिक होने पर यह दिमागी संतुलन भी बिगाड़ सकता है और सेवन करने वाले को दौरे भी आने लग सकते हैं। इसके अलावा सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत भी होने लगती है।…Next
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