सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को अयोध्या के राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई 8 फरवरी तक के लिए टल गई। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है। इसी के साथ अयोध्या एक बार फिर सुर्खियों में है। अयोध्या भारत के तीर्थ स्थलों में अपना बेहद अहम स्थान रखता है। अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है। सरयू नदी के तट पर बसा यह नगर बहुत प्राचीन है। इन दिनों राम जन्मभूमि मामले की वजह से अयोध्या चर्चा में है, लेकिन सिर्फ राम मंदिर ही नहीं कई और ऐतिहासिक स्थल इस नगर में हैं, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। वैसे तो अयोध्या में दर्शनीय स्थलों की भरमार है, लेकिन हम आपको राम जन्मभूमि के अलावा 7 खास स्थानों के बारे में बता रहे हैं।
हनुमानगढ़ी
अयोध्या के बीचोबीच हनुमानगढ़ी में रामभक्त हनुमान का विशाल मंदिर है। ऐसी मान्यता है कि अयोध्या में सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में बजरंगबली के दर्शन करके उनका आशीर्वाद लेना चाहिए, फिर अन्य मंदिरों में दर्शन के लिए जाना चाहिए। इसके पीछे ‘राम दुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिनु पैसारे…’ की मान्यता है। यानी हनुमानजी की कृपा के बिना किसी को रामजी का आशीर्वाद नहीं मिलता।
कनक भवन
हनुमानगढ़ी के निकट स्थित कनक भवन अयोध्या का एक महत्वपूर्ण मंदिर है। बताते हैं कि इस मंदिर में सीता और राम की प्रतिमा को सोने का मुकुट पहनाया गया है। इन दोनों प्रतिमाओं के लिए भी यह मंदिर लोकप्रिय है। इसी कारण इस मंदिर को सोने का घर भी कहा जाता है। राम-जानकी की मूर्ति श्रद्धालुओं को मोहित कर देती है। श्रीराम-जानकी की प्रतिमा हर किसी का संताप हर लेती है।
राजा दशरथ का महल
अयोध्या नगरी में राजा दशरथ का महल भी बहुत प्राचीन और भव्य है। इसके परिसर में काफी संख्या में जमा होकर श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते रहते हैं। इस महल की भव्यता दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। अयोध्या जाने वाले लोग इस महल को जरूर देखना चाहते हैं।
दन्तधावन कुंड
हनुमानगढ़ी इलाके में ही एक बड़ा-सा कुंड है, जो दन्तधावन कुंड नाम से जाना जाता है। इस कुंड को ही राम दतौन भी कहते हैं। मान्यता है कि भगवान श्रीराम इसी कुंड के जल से सुबह अपने दांतों की सफाई करते थे। श्रद्धालु इस कुंड का दर्शन करना नहीं भूलते।
श्रीराम जन्मभूमि न्यास कार्यशाला
अयोध्या में प्रस्तावित भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए एक कार्यशाला बनाई गई है। यहां विशाल पत्थरों के स्तंभों को बेहद खूबसूरती के साथ तराशा गया है। इन पत्थरों पर सुंदर नक्काशी की गई है। लोग इस स्थान को भी देखने आते हैं। यहां आकर प्रस्तावित श्रीराम मंदिर की भव्यता का कुछ हद तक अंदाजा लगाया जा सकता है।
सरयू नदी
सरयू नदी का जल एकदम साफ दिखाई पड़ता है। नदी में स्नान कर रहा कोई व्यक्ति इसकी तलहटी को एकदम साफ निहार सकता है। पर्यटक इस नदी को नौका से पार भी करते हैं। मान्यता के अनुसार, सरयू नदी को पार करके ही श्रीराम वनवास के लिए गए थे। नदी के तट पर ‘केवट प्रसंग’ का स्मरण हो जाना अत्यंत स्वाभाविक है।
दिगंबर जैन मंदिर
अयोध्या जैन मतावलंबियों के लिए भी पवित्र तीर्थ है। मान्यता है कि जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव (आदिनाथ) का जन्म यहीं हुआ था। जैन मंदिर में स्वामी ऋषभदेव की भव्य प्रतिमा विराजमान है। आसपास का वातावरण बेहद शांतिमय है, जो हर किसी को सुकून देता है…Next
Read More:
पाकिस्तान में दीवार पर लिखा ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’, युवक हुआ गिरफ्तारओखी तूफान का कहर: रद्द हुई अमित शाह की रैली, कई जगह स्कूल भी बंद20 साल की उम्र में शशि कपूर को हुआ था प्यार, घर से भागकर की थी शादी
Read Comments