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रूस अक्टूबर में रजिस्टर करेगा दूसरी कोरोना वैक्सीन, पूर्व गुप्त सोवियत रिसर्च प्लांट में विकसित की गई वैक्सीन

 

Rizwan Noor Khan
Rizwan Noor Khan24 Aug, 2020

 

कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए दुनियाभर के ताकतवर देशों में पहले कोरोना वैक्सीन बनाने की होड़ सी लग गई है। रूस ने अगस्त में कोरोना वैक्सीन लांच कर बाजी मारने की कोशिश की, लेकिन वैक्सीन के ट्रायल्स को लेकर उसे वैश्विक आलोचना झेलनी पड़ी। अब फिर से रूस दूसरी वैक्सीन लांच करने की तैयारी में है। रूस ने दावा किया है कि सितंबर में दूसरी कोरोना वैक्सीन के सभी परीक्षण पूरे हो जाएंगे।

 

 

 

Image courtesy : Daily Mail

 

 

रूस की दूसरी वैक्सीन आने को तैयार
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार रूस की दूसरी कोरोना वैक्सीन लांच होने की ओर बढ़ रही है। इससे पहले 11 अगस्त को रूस ने कोरोना वैक्सीन Sputnik V लांच की थी। इस वैक्सीन के ट्रायल्स को लेकर रूस को आलोचना झेलनी पड़ी थी। इस वैक्सीन परीक्षण के दौरान वॉलंटियर्स को खुजली, सूजन, कमजोरी और तापमान बढ़ने की समस्या हुई थी।

 

 

Image courtesy : Daily Mail

 

 

पूर्व गुप्त सोवियत वेपन रिसर्च प्लांट में बनी वैक्सीन
रिपोर्ट अनुसार रूस ने दावा किया है कि उसकी नई कोरोना वैक्सीन में पहली वैक्सीन जैसे साइड इफेक्ट नहीं होंगे। रूस की यह दूसरी वैक्सीन EpiVacCorona को पूर्व गुप्त सोवियत बायोलॉजिकल वेपन रिसर्च सेंटर पर बनाई गई है। साइबेरियाई इलाके में स्थित यह रिसर्च सेंटर अब वेक्टर स्टेट रिसर्च सेंटर के नाम से जाना जाता है और यह विश्व के लीडिंग वीरोलॉजी संस्थानों में से एक है।

 

 

Image courtesy : Daily Mail

 

 

 

सभी ​क्लीनिकल ट्रायल पूरी तरह सफल
रूस की वैक्सीन EpiVacCorona के क्लीनिकल ट्रायल्स सितंबर में पूरे होंगे। परीक्षण के लिए अब तक 57 वालंटियर्स को दी गई इस वैक्सीन के परिणाम सकारात्मक आए हैं। इन वालंटियर्स को 27 दिन तक परीक्षण के लिए अस्पताल में रखा गया। सभी वालंटियर्स पूरी तरह ठीक हो गए और उनमें किसी भी तरह कोई भी साइड इफेक्ट सामने नहीं आया।

 

 

Image courtesy : Daily Mail

 

 

 

लगते ही ह्यूमन बॉडी में विकसित होगी प्रतिरक्षा प्रणाली
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वैक्सीन का मुख्य उद्देश्य ह्यूमन बॉडी में प्रवेश करने के बाद श्वसन समेत आं​तरिक तंत्र को स्ट्रांग बनाने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली का उत्पादन करना है। 14 से 21 दिन के अंदर वैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे जो वायरस को हराने वाली प्रतिरक्षा प्रणाली को विकसित कर देंगे। जिससे वायरस को खत्म होने में समय नहीं लगेगा।

 

 

 

 

नवंबर में शुरू होगा वैक्सीन का प्रोडक्शन
रूस के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सितंबर महीने में वैक्सीन के सभी तरह के क्लीनिकल ट्रायल्स पूरे हो जाएंगे। इसके बाद अक्टूबर में इसे ​रजिस्टर करा लिया जाएगा और नवंबर में इसका प्रोडक्शन शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि रूस के अलावा अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, भारत समेत कई और देश कोरोना वैक्सीन प्रोडक्शन में जुटे हुए हैं।..NEXT

 

 

 

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