कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को परेशानी में डाल रखा है। महामारी का सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों के लिए बताया गया है। लेकिन कुछ ऐसे बुजुर्ग हैं जिन्होंने अपनी अधिक उम्र के बावजूद कोरोना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। हाल ही में 91 साल के बुजुर्ग दंपत्ति ने कोरोना को एक साथ मात देकर चिकित्सकों को आश्चर्य में डाल दिया है। आइये नजर डालते हैं उन बुजुर्गों पर जिन्होंने कोरोना को शिकस्त दे दी।
इंग्लैंड के बुजुर्ग ने 3 सप्ताह में कोरोनो को दी मात
डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक इंग्लैंड के लीसेस्टर रॉयल इंफर्मरी से 91 साल के माइकल और 88 बरस की उनकी पत्नी गिलियन को फेयरवेल दी गई। दरअसल, यह बुजुर्ग दंपत्ति कुछ सप्ताह पहले कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद एडमिट किया गया था। 3 सप्ताह इलाज के बाद दोनों पूरी तरह ठीक हो गए और उन्हें कर्मचारियों ने विदाई दी। बुजुर्ग दंपत्ति करीब 61 साल पहले शादी के बंधन में बंधे थे। दोनों एक साथ कोरोना की चपेट में आए और एकसाथ रिकवर भी हुए।
दिल्ली के मुख्तार 106 साल की उम्र में हुए ठीक
दिल्ली के नवाबगंज इलाके में रहने वाले 106 साल के बुजुर्ग मुख्तार अहमद ने कोरोना को मात दे चुके हैं। मुख्तार को अहमद अपने संक्रमित बेटे के संपर्क में आकर वायरस की चपेट में आ गए थे। उन्हे दिल्ली के राजीव गांधी सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में 17 दिन तक रखा गया और पूरी तरह ठीक हो गए। हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर एसबी शेरवाल ने 106 साल की उम्र में मुख्तार अहमद के ठीक होने को प्रोत्साहित करने वाला रिजल्ट बताया था। मुख्तार 14 अप्रैल को भर्ती किए गए थे और 1 मई को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था।
103 साल के सूखा सिंह के आगे टिक न पाया कोरोना
महाराष्ट्र के सिद्देश्वर तलाव इलाके में रहने वाले 103 साल के बुजुर्ग सूखा सिंह छाबड़िया को कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। छाबड़िया का करीब एक महीने तक इलाज किया गया। उनके पूरी तरह रिकवर होने के बाद 29 जून को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। सूखा सिंह छाबड़िया के 88 वर्षीय छोटे भाई का भी कोरोना उपचार किया गया था।
चीन में 100 साल का बुजुर्ग कोरोना से ठीक हुआ
चीन के हुबेई में कोरोना की चपेट में आने के बाद भर्ती कराए गए 100 वर्षीय बुजुर्ग को पूरी तरह ठीक करने में डॉक्टर कामयाब रहे। यह कोरोना से पीड़ित चीन के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति भी हैं। शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक बुजुर्ग को फरवरी में अस्पताल ले जाया गया और मार्च में पूरी तरह ठीक होने पर डिस्चार्ज किया गया।
आंध्र प्रदेश और मध्यप्रदेश के इन बुजुर्गों ने भी जीती जंग
आंध प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में 91 साल के बुजुर्ग को कोरोना संक्रमित पाए जाने पर 12 जुलाई को एडमिट किया गया था। 8 दिन तक लगातार उपचार के बाद बुजुर्ग को पूरी तरह रिकवर कर लिया गया है। उसे 20 जुलाई को डिस्चार्ज कर दिया गया। इसी तरह मध्यप्रदेश के इंदौर में एक 95 साल की महिला और 91 साल के पुरुष को कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोनों के पूरी तरह ठीक होने के बाद जुलाई में डिस्चार्ज किया गया था।..NEXT
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