वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश कर रही हैं। बजट से पहले उन्होंने संसद में यह संकेत दिए हैं कि सरकार लोगों को सहूलियत देने के इरादे से टैक्स में कटौती करने वाली है। इस दौरान उन्होंने कविता सुनाकर सबको चकित कर दिया। आइए जानते हैं अपने बजट भाषण में वित्तमंत्री ने क्या कुछ कहा।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद संसद पहुंची
बजट पेश करने से वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। इसके बाद निर्मला सीतारमण ने ब्रीफकेस की परंपरा को तोड़ते हुए बही-खाते के साथ पेश हुईं। इस दौरान सुबह करीब 10 बजे संसद भवन में कैबिनेट की बैठक हुई। बता दें कि निर्मला सीतारमण जुलाई 2019 में पहला बजट पेश कर चुकी हैं और यह उनका दूसरा बजट है।
कविता सुनाई तो गूंज उठी संसद
बजट भाषण के दौरान वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कश्मीर को केंद्र में रखकर लिखी गई कविता सुनाई। इस कविता को सुनते ही संसद में माननीय सांसद ने अपनी चेयर थपथपाकर तारीफ की। इससे संसद तारीफ की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सीतारमण ने कहा कि इस कविता को साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता पंडित दीनानाथ कौल ने लिखा है।
हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे,
हमारा वतन डल लेक में खिलते हुए कमल जैसे,
नौजवानों के गर्म खून जैसा
मेरा वतन तेरा वतन दुनिया का सबसे प्यारा वतन
आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने का ऐलान
माना जा रहा है कि इस बजट में कुछ ऐसे नए नियमों और रियायत को लागू किया जाएगा जिससे देश की आर्थिक वृद्धि को तेज किया जा सके। उम्मीद जताई जा रही है कि अलग अलग तरह के टैक्स में कटौती की जाएगी। निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में संकेत किया है कि लोगों की इनकम बढ़ाने पर इस बजट में जोर दिया गया है। इसके अलावा नौकरी पेशा लोगों को अन्य तरह की रियायतें भी देने की संभावना जताई जा रही है।
मनरेगा फंड बढ़ाने की तैयारी
ऐसी उम्मीद भी है कि वित्तमंत्री इस बजट के जरिए महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना मनरेगा पर कुछ फंड जारी कर सकती हैं। इससे निचले तबके को रोजगार मुहैया कराने की नीयत पूरी हो सकेगी। मनरेगा के लिए आवंटित राशि पहले की अपेक्षा बढ़ाई जा सकती है। इसके अलावा रोजगार की दिशा में कई अहम सुधारों का ऐलान भी किया जा सकता है।…NEXT
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