अगर ऑफिस में कोई ऐसा ऑर्डर आए जिसमें आपको लंच में एक ही किस्म का खाना लाने को कहा जाए या एक ही कपड़ों को पहनने के लिए कहा जाए तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? सीधी-सी बात है इस ऑर्डर को फॉलो कर पाना लगभग नामुमकिन सा होगा। खासकर आप एक आधुनिक दौर में हो। ऐसे में आवाज उठना लाजिमी है। ऐसी ही आवाज इन दिनों जापान से उठती हुई दिखाई दे रही है। जापान के दफ्तरों में महिलाओं को हाई हील्स पहनना अनिवार्य है। हाई हील के कारण कई बार महिलाओं को कई तरह की शारीरिक परेशानी भी होती है। जापान टाइम्स के अनुसार, इसी के विरोध में महिलाओं ने सोशल मीडिया पर यह अभियान शुरू किया है। दफ्तरों में अनिवार्य ड्रेसकोड और महिलाओं के लिए हाई हील्स अनिवार्य रहने के विरोध में यह अभियान चलाया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर चला #kutoo अभियान
जापान में ड्रेसकोड और हाई हील्स के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान को सोशल मीडिया पर काफी समर्थन मिल रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स हाई हील्स और फॉर्मल ड्रेस कोड अनिवार्य रखने को पुरानी सामंती मानसिकता को ही आगे ले जानेवाली परंपरा बताई जा रही है।
#KuToo: Japanese women demand the elimination of mandatory rules to wear high heels at work. Campaign has received over 10,000 signatures online.
As explained in the article “KuToo”= 靴(kutsu)+苦痛(kutsuu)+#metoo https://t.co/rP8TvmViEJ— Aria Hangyu Chen 陳航宇 (@ariahychen) March 2, 2019
सोशल मीडिया पर बयां कर रही हैं अपने अनुभव
हाई हील्स का विरोध करते हुए जापान में महिलाएं हील्स की वजह से हुई शारीरिक परेशानियों को सांझा कर रही हैं और लम्बे समय तक इसे पहने रहने से तनाव और दूसरी परेशानियों पर भी लिख रही हैं। हाई हील्स के विरोध में महिलाओं का तर्क है कि इससे एड़ी में दर्द, कमर दर्द जैसी कई शारीरिक तकलीफों से भी गुजरना पड़ता है। महिलाओं ने इसके विरोध में लिखा, ‘जूते पहनने की बाध्यता नहीं होनी चाहिए। यह एक तरह की महिला विरोधी मानसिकता है, जिसमें महिलाओं को स्वास्थ्य की अनदेखी कर हाई हील्स पहनने पड़ते हैं।’
पुरूषों के लिए भी है अलग ड्रेसकोड
जापान के दफ्तरों में महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए ही ड्रेसकोड अनिवार्य है। पुरुषों को भी फॉर्मल ड्रेसकोड के साथ क्लीनशेव रहना अनिवार्य है। महिलाओं के ड्रेसकोड में हाई हील्स भी अनिवार्य है।…Next
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