‘अकेले घूमने बाहर मत जाना’ आपने अक्सर लड़कियों के लिए ऐसी बातें सुनी होगी. खासकर मुस्लिम समाज में लड़कियों को लेकर बंदिशें और भी ज्यादा हो जाती है, लेकिन इन बातों से परे एक सुकून पहुंचाने वाली खबर लखनऊ से आई है. पहली बार भारत से मुस्लिम महिलाएं बिना मेहरम (पिता, भाई, पति और पुत्र) के ही हज यात्रा पर गई हैं।
यह ऐतिहासिक मौका बीते शनिवार को आया जब लखनऊ से 20 महिलाएं बिना मेहरम के सऊदी अरब के मदीना शहर के लिए रवाना हुईं। यह मुमकिन हो सका सरकार के उस हालिया आदेश के बाद जिसमें मुसलमान महिलाओं को बिना मेहरम हज पर जाने की इजाजत दे दी गई थी। लखनऊ से पांच समूहों में इन 20 महिलाओं को बांटा गया था। इनकी देखरेख के लिए चार महिला खादिमुल हुज्जाज भी साथ भेजी गई हैं।
ऐसे की गई हौसला अफजाई
बिना मेहरम के हज पर जाने वाली इन महिलाओं के लिए सऊदी अरब में ठहरने के लिए अलग बिल्डिंगों और यातायात की व्यवस्था की गई है। बिना मेहरम के हज पर जाने वाली महिलाओं के लिए सरकार ने शर्त भी रखी थी। ऐसी महिलाओं को ग्रुप में ही जाने की इजाजत थी। ग्रुप में कम से कम चार महिलाएं जरूर हों और सभी महिलाएं कम से कम 45 वर्ष की होनी अनिवार्य थीं।
इस वजह से है खास
इस हज यात्रा को इस वजह से खास बताया जा रहा है क्योंकि ये पहला मौका है, जब महिलाएं बिना किसी पुरूष रिश्तेदार के हज यात्रा पर गई हैं, इसके अलावा थाइलैंड में भी महिलाएं भारत की तरह ही अकेली हज पर गई हैं…Next
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