जब भी हम किसी बीमारी के बारे में सुनते हैं, तो हमें लगता है कि ये बीमारी हमें कभी हो ही नहीं सकती या ऐसा हमारे दिमाग में कभी नहीं आता कि हम या हमारे करीबी भी किसी बीमारी से अछूते नहीं है। कोई भी बीमारी किसी को भी हो सकती है, ऐसे में जरूरी है कि बीमारियों के बारे में जानकारी रखी जाए। 1 दिसम्बर को विश्व एड्स जागरूकता दिवस मनाया जाता है। ऐसे में आपको एड्स के बारे में जानकारी रखनी बेहद जरूरी है क्योंकि एड्स फैलने के कई कारण हैं।
नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन, आईसीएमआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल स्टैटिस्टिक्स, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में 2017 के अंत तक अनुमानित 21.4 लाख लोग भारत में एचआईवी (पीएलएचआईवी) के साथ रह रहे थे। इन लोगों में वयस्क (15-49 वर्ष) वालों की संख्या 0.22% फीसदी थी। ताजा आंकड़ों के मुताबिक 11.81 लाख लोग देश में एंटी-रेट्रोवायरल का उपचार करवा रहे हैं।
क्या है एचआईवी एड्स
HIV (एचआईवी) एक प्रकार का संक्रमित विषाणु है। यह वायरस व्यक्ति के शरीर में जाकर उसके खून में मौजूद श्वेत रक्त कोशिकाओं यानी कि व्हाइट ब्लड सेल में मिल जाता है। श्वेत रक्त कोशिकाओं के माध्यम से यह वायरस व्यक्ति के डीएनए में चला जाता है। ऐसी स्थिति में आकर वायरस टूटने लगता है और व्हाइट ब्लड सेल्स पर आक्रमण शुरू कर देता है। धीरे-धीरे वायरस का आक्रमण शरीर से सभी श्वेत रक्त कोशिकाओं को खत्म कर देता है। श्वेत रक्त कोशिकाओं के कम होने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। HIV संक्रमण होने के बाद एड्स की बीमारी होने में कई साल लग जाते हैं।
कैसे फैलता है एचआईवी एड्स
HIV पॉजिटिव असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाने से होता है।
HIV मरीज के शरीर में इस्तेमाल किए हुए इंजेक्शन को दूसरे व्यक्ति में इस्तेमाल करने से यह बीमारी हो सकती है।
इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति का ब्लड किसी दूसरे व्यक्ति में चढ़ाने से HIV वायरस फैलता है।
अगर किसी गर्भवती महिला में HIV वायरस होता है तो उससे जन्म लेने वाले बच्चे में भी यह वायरस आ सकता है। साथ ही बच्चे में यह वायरस स्तनपान द्वारा भी फैल सकता है।
किसी HIV पीड़ित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किया हुआ ब्लेड इस्तेमाल करने से भी यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है।
क्या है लक्षण
यह एक ऐसी बीमारी है, जिसके शुरुआती दिनों में किसी तरह के लक्षण सामने नहीं आते हैं। व्यक्ति बिल्कुल साधारण दिनों की तरह सेहतमंद रहता है। कुछ साल बाद ही इसके लक्षण सामने आते हैं, जो इस प्रकार हैं,
बुखार का रहना।
नियमित रूप से शरीर में थकावट महसूस करना।
सूखी खांसी होना।
वजन का कम होना।
स्किन, मुंह, आंखों के नीचे या नाक पर धब्बे पड़ना।
समय के साथ याददाश्त कमजोर होना।
शरीर में दर्द रहना…Next
Read More :
इस देश में पचास लाख में बिक रहा है 1 किलो टमाटर, महामंदी के दौर से लोग हुए बेहाल
जीका वायरस की चपेट में राजस्थान, जानें क्या है जीका वायरस और कैसे फैलता है
वो नेता जो पहले भारत का बना वित्त मंत्री, फिर पाकिस्तान का पीएम
Read Comments