Menu
blogid : 8682 postid : 157

दिल की बस्ती को आज सुनसान कर गया कोई !

mera vala blog
mera vala blog
  • 59 Posts
  • 90 Comments

दिल की बस्ती को आज सुनसान कर गया कोई !
थोड़ी सी देके कर ख़ुशी लाखों का नुक्सान कर गया है कोई !!

जिस गली में लगा रहता था आना जाना हमारा कभी
आज उस गली में हम को दो पल का मेहमान कर गया है कोई !!

धुंधली सी पड़ चुकी थी यादें जेहन से हमारे !
आज आकर नजर एक बार फिर से जख्मों को ताजा कर गया है कोई !!

गम की चादर तान कर यूँ ही सो गया था मैं तो यारों !
आकर सपनो में दर्द के जाम को ऊपर तक भर गया है कोई !

फक्त यादों के सहारे जिन्दगी बसर ना हो पायेगी ऐ ”’नामदेव ”’ !
अब तो नामुराद का यादों में भी आना नागवार कर गया है कोई !!

सोमबीर नामदेव
डायेवाला

9321083377

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply