जब भी मानचित्र देखता हूँ- पर्वत बैंगनी – सफ़ेद पीले रेगिस्तान पठार भूरे नीली नदियाँ सागर तराई हरी | कांपते हैं हाथ जब दीखता है सरहद लाल ||
-Sourav Roy “Bhagirath”
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