वर्ल्ड कप के लिए अब बस कुछ ही महीने शेष है। क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी इस बार वेल्स और इंग्लैंड द्वारा की जाएगी। इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी के लिए दस टीमें एक-दूसरे के खिलाफ उतरेंगी। इस बार प्रारूप बदल दिया गया है और शुरू में एकल राउंड-रॉबिन प्रारूप का पालन किया जाएगा। शीर्ष 4 टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाएंगी और सेमीफाइनल के विजेता फाइनल में प्रगति करेंगे। ऐसा प्रारूप आखिरी बार 1992 क्रिकेट विश्व कप के दौरान उपयोग किया गया था। कुछ खिलाड़ियों के लिए यह अंतिम विश्व कप हो सकता है। इस लेख में, हम विशेष रूप से कुछ विश्व स्तरीय एशियाई क्रिकेटरों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिनके लिए आगामी विश्व कप सभी संभावनाओं में आखिरी होगा।
1. महेंद्र सिंह धोनी
2011 विश्व कप के फाइनल में विजयी छक्का जड़ने वाले महेंद्र सिंह धोनी का नाम भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। कई विशेषज्ञ उन्हें अब तक के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में मानते हैं। इस 37 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज के पास एक शानदार कैरियर है। वनडे में 300 से अधिक कैच और 115 स्टंपिंग के साथ, धोनी विश्व कप के दौरान मेन इन ब्लू के लिए एक प्रमुख खिलाड़ी होंगे। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि धोनी आगामी विश्व कप के बाद क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।
2. शोएब मलिक
शोएब मलिक ने अपने पूरे करियर में सभी पदों पर बल्लेबाजी की है। इस बल्लेबाज-ऑलराउंडर का अंतरराष्ट्रीय करियर लगभग दो दशकों का रहा है। 108 मैचों के साथ वह विश्व में सर्वाधिक अंतराष्ट्रीय टी-20 खेलने वाले खिलाड़ी हैं। 36 वर्षीय बल्लेबाज ने नवंबर 2015 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। तीनों प्रारूपों में उनका रिकॉर्ड भी काफी प्रभावशाली है। यह भरोसेमंद बल्लेबाज फिलहाल विश्व कप की तैयारियों में व्यस्त हैं और पाकिस्तानी टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उम्र के हिसाब से देखें तो यह इनका आखिरी विश्व कप हैं।
3. लसिथ मलिंगा
35 वर्षीय लसिथ मलिंगा के लिए यह आखिरी विश्व कप हो सकता है। यह श्रीलंकाई गेंदबाज अपने तेजतर्रार स्वभाव, स्टाइलिश बाल और गेंद के साथ अपनी क्षमता के लिए जाना जाते है। एकदिवसीय मैचों मे लगातार चार गेंदों मे चार विकेट लेने का कारनामा करने वाले मलिंगा ने अब तक 213 एकदिवसीय मैचों में 318 विकेट, 30 टेस्ट में 101 विकेट और 70 अंतराष्ट्रीय टी-20 में 94 विकेट लिए हैं। हाल ही में, उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैचों में राष्ट्रीय टीम की कप्तानी भी की थी। मलिंगा की उम्र और उनकी गेंदबाजी की धार क देखते हुए लगता है की शायद वो आखिरी बार विश्व कप खेलेंगे।
4. मोहम्मद हफीज
मोहम्मद हफीज पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर में से एक हैं। इस दायें हाथ के बल्लेबाज ने 55 टेस्ट में 37.65 की औसत से 3652 रन बनाए हैं। इन्होंने 203 वनडे में 32.73 की औसत से 6153 रन और 89 अंतराष्ट्रीय टी-20 में 24.46 के औसत से 190 रन बनाए हैं। सरगोधा में जन्मे इस खिलाड़ी गेंद के साथ भी कुछ कम नहीं है। उन्होंने वनडे, टेस्ट और टी20 में क्रमशः 137, 53, 54 विकेट लिए हैं। एक ऑफ-ब्रेक गेंदबाज के तौर पर हफीज बेहद किफायती भी हैं। हाफिज ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया और 2019 विश्व कप के बाद वह एकदिवसीय से भी संन्यास ले सकते हैं।
5. मशरफे मोर्तजा
बांग्लादेश के मशरफे मोर्तजा का करियर लंबा और शानदार रहा है। कई चोटों के बावजूद इस गेंदबाज-ऑलराउंडर के नाम कई रिकॉर्ड हैं। मशरफे ने बांग्लादेश के लिए 202 एकदिवसीय मैच खेले हैं जो कि बांग्लादेश क्रिकेट इतिहास में सर्वाधिक है। उन्होंने राष्ट्रीय टीम के कप्तान के रूप में अधिकतम उपस्थिति (70) भी दर्ज कराई है। 202 एकदिवसीय मैचों में 258 विकेट के साथ, मोर्तजा ने इस प्रारूप में बांग्लादेश के लिए सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड भी बनाया है। मोर्तजा की उम्र को ध्यान मे रखते हुए ये कहा जा सकता है कि यह विश्व कप इनके लिए आखिरी है।…Next
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