राष्ट्रमंडल खेलों से संबंधित कार्यो और घटनाक्रमों से जुड़ते हुए आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दोषियों के खिलाफ़ सशक्त कार्रवाई करने को कहा. परन्तु इससे पहले उन्होंने खेलों के सफल आयोजन के लिए सभी को साथ आने की जरूरत पर जोर दिया. सोनिया गाँधी ने कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि यह ऐसा समय है कि हम एक साथ मिलकर खेलों की सफलता सुनिश्चित करें क्योंकि खेलों की सफलता देश की सफलता है किसी व्यक्ति विशेष की सफलता नहीं.
वहीँ दूसरी तरफ़ प्रवर्तन निदेशालय राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के संयुक्त महानिदेशक एम जयचंद्रन और उप महानिदेशक सुधीर वर्मा को पिछले साल लंदन में क्वीन्स बेटन रिले से संबंधित जांच के संबंध में फिर से समन जारी करेगा. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय संयुक्त महानिदेशक टीएस दरबारी और निलंबित किए गए संजय महेंद्रू से गहन पूछताछ कर चुका है.
फ्रेजर की अपील ठन्डे बस्ते में
राष्ट्रमंडल खेलों में लिप्त घोटालों और भ्रष्टाचार का फायदा अब दूसरे लोग भी उठाने लग गए हैं तभी तो आस्ट्रेलिया की महान तैराक डॉन फ्रेजर ने भी मौका पाते हुए आरोपों की झड़ी लगा दी. फ्रेजर ने तो यहाँ तक कह दिया कि दिल्ली में हो रहे राष्ट्रमंडल खेल में आतंकवादी हमले की आशंका है अतः इसका बहिष्कार करना चाहिए. हालांकि, इस अपील को आस्ट्रेलियाई राष्ट्रमंडल खेल संघ (एसीजीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पैरी क्रासव्हाइट ने खारिज कर दिया.
एनटीपीसी व पावरग्रिड ने दिया खेलों को झटका
सार्वजनिक क्षेत्र की दो प्रमुख बिजली कंपनियां एनटीपीसी तथा पावरग्रिड ने राष्ट्रमंडल खेलों के विवादास्पद आयोजन और तैयारियों को एक और झटका देते हुए प्रायोजन से हटने का फैसला कर लिया है.
इन दोनों पीएसयू कंपनियों ने इस आयोजन के लिए 60 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई थी, लेकिन विवादों के चलते अब इन्होंने 40 करोड़ रुपये की राशि अपने पास ही रोक रखने का फैसला किया है. इससे पूर्व यह दोनों पीएसयू कंपनियां फरवरी में 20 करोड़ रुपये दे चुकी हैं. लेकिन कंपनी अब राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति को दी गई इस राशि की सरकार द्वारा नियुक्त एजेंसी से आडिट की मांग कर रही है.
इसके अलावा एलजी तथा गोदरेज ग्रुप जैसी निजी कंपनियों ने इस आयोजन से दूरी बनाए रखने का फैसला किया है.
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