भारतीय क्रिकेट टीम को 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप जिताने वाला खिलाड़ी सिर्फ 8 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर टीम से बाहर हो गया। हरियाणा निवासी इस क्रिकेटर को जोगिंदर शर्मा के नाम से पहचाना जाता है। जोगिंदर शर्मा ने टी-20 वर्ल्ड कप के अंतिम ओवर में विकेट हासिल कर पाकिस्तान क्रिकेट टीम को हराया था। उनके इस परफॉरर्मेंस ने दुनियाभर में तहलका मचा दिया था। इस जीत के साथ भारत टी-20 वर्ल्ड कप का विजेता बना। आज यानी 23 अक्टूबर को जोगिंदर शर्मा का जन्मदिन है। इस मौके पर जानते हैं जोगिंदर शर्मा इन दिनों क्या कर रहे हैं और कहां हैं।
धोनी ने जोगिंदर पर भरोसा जताया
भारतीय टीम ने 2007 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किए गए टी-20 वर्ल्ड के फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को अंतिम ओवर में हराया था। इस अंतिम ओवर में पाकिस्तान टीम को हार का सामना करना पड़ा। 157 रनों का बचाव कर रही भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नए नवेले गेंदबाज जोगिंदर शर्मा को गेंद पकड़ाई तो किसी को यह फैसला अच्छा नहीं लगा। मिस्बाह उल हक पाकिस्तान को जिताने के इरादे से ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे थे। कोई भी भारतीय गेंदबाज उन्हें आउट नहीं कर पा रहा था। पाकिस्तान को अंतिम ओवर में कुल 13 रनों की जरूरत थी।
दर्शक और टीम मेंबर नहीं थे खुश
महेंद्र सिंह धोनी ने अंतिम ओवर में जोगिंदर शर्मा को गेंद थमा दी। धोनी के इस फैसले से दर्शक अचंभित तो थे तो वहीं टीम के खिलाड़ी भी ज्यादा खुश नहीं दिख रहे थे। क्योंकि जोगिंदर शर्मा नए नवेले गेंदबाज थे। उन्होंने इस मैच से पहले तक मात्र तीन अंतरराष्ट्रीय टी-20 ने मैच ही खेले थे। दूसरी तरफ बल्लेबाजी के लिए पाकिस्तानी टीम के कप्तान मिस्बाह उल हक पूरी तरह अपनी रौ में थे। वह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे थे। जोगिंदर के ओवर डालने के फैसले पर दर्शकों को लगा कि मैच हाथ से चला जाएगा।
पहली गेंद वाइड अगली में छक्का पड़ते ही निराश हो गए दर्शक
जोगिंदर शर्मा ने अपने ओवर की पहली ही गेंद वाइड डाल दी। इससे दर्शकों का उत्साह कम हो गया। इसके बाद डाली गई गेंद मिस्बाह ने मिस कर दी तो दर्शकों का उत्साह थोड़ा जग गया और मैच रोमांचक होता दिखा। हालांकि ओवर की दूसरी गेंद पर मिस्बाह ने जोरदार सिक्स जड़ दिया। अब पाकिस्तानी टीम को जीत के लिए कुल 6 रनों की जरूरत थी। जोगिंदर ने ओवर की तीसरी गेंद डाली तो मिस्बाह ने उसे स्कूप करते हुए हवा में खेल दिया। गेंद के नीच मौजूद फील्डर श्रीसंत ने कोई गलती किए बिना कैच लपक लिया और भारत विश्वविजेता बन गया। जोगिंदर के अंतिम ओवर ने दुनिया में तहलका मचा दिया।
सिर्फ 8 मैच खेले और फाइनल मैच ही अंतिम मैच बना
हरियाणा के रोहतक में 1983 में जन्मे जोगिंदर शर्मा को राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में 2004 में शामिल किया गया। जोगिंदर ने अपने करियर में सिर्फ 4 वनडे और 4 टी20 अंतराष्ट्रीय मैच खेले। उन्हें कभी टेस्ट का हिस्सा बनने कामौका ही नहीं मिला। इस तरह जोगिंदर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में सिर्फ 8 मैच ही खेले। इसमें उनके लिए सबसे यादगार मैच टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल रहा, जिसमें उन्होंने विकेट दिलाकर भारत को वर्ल्ड कप विजेता बना दिया। वर्ल्ड कप का फाइनल मैच ही जोगिंदर शर्मा के करियर का आखिरी मैच साबित हुआ। इसके बाद उन्हें भुला दिया गया। फिलहाल जोगिंदर शर्मा हरियाणा पुलिस में डीएसपी की रैंक पर तैनात हैं।…Next
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