टी-ट्वेंटी और वनडे के इस दौर में टेस्ट मैच अब भी अपनी लोकप्रियता बरकरार रखने में सफल रहे हैं. एक समय ऐसा भी था जब लोग टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना चुके थे लेकिन टेस्ट मैच के रोमांच ने ऐसा होने नहीं दिया. दुनियां के महानतम खिलाड़ियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन इसी टेस्ट मैच की बदौलत किया है. पांच दिनों तक चार पारियों में खेला जाने वाला यह खेल इतना दिलचस्प होता है कि लोग कभी-कभी इसके सामने टी-ट्वेंटी और वनडे के रोमांच को भी भूल जाते हैं.
टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 15 से 19 मार्च, 1877 के बीच मेलबर्न में खेल गये मैच से हुई थी. ऑस्ट्रेलिया के चार्ल्स बैनरमैन ने क्रिकेट की पहली गेंद का सामना किया और पहला शतक भी लगाया. यह मैच ऑस्ट्रेलिया ने 45 रन से जीत लिया.
शुरु में टेस्ट मैच कम खेले जाते थे क्यूंकि लोगों को पांच दिन मैच देखना बड़ा उबाऊ लगता था. इसके साथ ही टेस्ट मैच खेलने वाले देशों की संख्या भी कम थी. पहले 1000 टेस्ट मैच पूरे होने में 107 साल से ज्यादा का समय लग गया लेकिन अगले 1000 टेस्ट मैच केवल 26 साल आठ महीने में पूरे हो गए.
टेस्ट मैच इतिहास का 1000वां टेस्ट मैच पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच 1984 में हैदराबाद, सिंध में खेला गया था. इस मैच में जावेद मियानंद ने मैच की दोनों पारियों में शतक ठोंका था. इस मैच को पाकिस्तान ने सात विकेट से हरा दिया था.
भारत और इंग्लैण्ड के बीच 21 जुलाई से क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लार्ड्स मैदान में टेस्ट इतिहास का 2000 वां टेस्ट मैच खेला जाएगा. यह मैच इतिहास के लिहाज से तो महत्वपूर्ण होगा ही साथ ही कई भारतीय खिलाड़ियों के लिए भी यह अहम होगा. सचिन, द्रविड़ और लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों को शायद इसके बाद कभी लार्ड्स में खेलने का मौका ना मिले. इसके साथ ही सभी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को सचिन से महाटेस्ट के मौके पर महाशतक लगाने की उम्मीद होगी. सचिन ने अब तक 99 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए हैं, सबको उम्मीद होगी कि वह लार्ड्स के मैदान पर शतक जड़ इस मैच को अविस्मरणीय बना दें.
आइए एक नजर डालें टेस्ट क्रिकेट के कुछ अहम तथ्यों पर
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