एक रोमांचक मैच की अगर कहानी लिखनी हो तो आपको भारत और इंग्लैण्ड के बीच हुआ लॉर्ड्स वनडे जरूर देखना चाहिए. छ्ह महीनों के अंदर यह दूसरा अवसर है जब दोनों टीमों के बीच कोई मैच टाई हुआ हो. इससे पहले क्रिकेट विश्व कप के दौरान भी दोनों टीमों के बीच एक बेहद दिलों की धड़कन रोक देने वाला मैच टाई हुआ था पर उस मैच की कहानी में टर्निंग प्वॉंइट की कमी थी. इस मैच में तो इतने टर्निंग प्वॉंइट थे कि पूछो मत. बारिश ने मैच में विलेन की भूमिका निभाई तो क्रिकेट का जुमला “जब तक आखिरी विकेट नहीं गिरता या आखिरी रन नहीं बनता तब तक जीत और हार का फैसला नहीं किया जा सकता” भी सच साबित हुआ.
इस रोमांचक मुकाबले में बारिश ने मैच को पहले तो दो बार ऐसे मौके पर रोका जहां से एक बार भारतीय टीम एक रन से जीत रही थी और दूसरी बार इंग्लैण्ड दो रन से और जब तीसरी बार बारिश हुई तो मैच का रूख टाई की तरफ चला गया.
भारत, इंग्लैंड दौरे में पहली बार जीत के बेहद नजदीक पहुंच गया था लेकिन किस्मत की मारी टीम इंडिया को यहां भी जीत नसीब नहीं हुई. चौथे वनडे मुकाबले के अंतिम समय पर रूक-रूक कर आई बारिश ने मैच को टाई करा दिया जिससे मेहमान टीम की वनडे सीरीज में वापसी की आस समाप्त हो गई. ऐसे में इंग्लैंड ने टेस्ट की तरह वनडे सीरीज पर भी कब्जा जमा लिया है.
सुरेश रैना [84] और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी [नाबाद 78] के बीच पांचवें विकेट के लिए की गई रिकार्ड 169 रनों की साझेदारी की बदौलत भारत ने 50 ओवर में पांच विकेट पर 280 रन बनाए. रैना ने अपनी शानदार अर्धशतकीय पारी में 75 गेंदों में सात चौका व दो छक्का लगाया. जबकि धोनी ने 71 गेंदों में छह चौके व तीन छक्के के साथ 78 रनों की अविजित पारी खेली. दोनों ने टीम के लिए अंतिम 10 ओवर में 109 रन जोड़े. ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर पांचवें विकेट के लिए दोनों ने रिकार्ड 169 रनों की साझेदारी की. जवाब में इंग्लैंड ने 48.5 ओवर में आठ विकेट पर 270 रन बनाए. इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने सर्वाधिक 96 रन बनाए जिसमें उन्होंने 111 गेंद खेलते हुए छह चौके लगाए.
डकवर्थ-लुईस नियम के आधार पर इंग्लैंड ने खेल रोके जाने के समय 270 रन बना लिए थे लेकिन खेल निर्धारित समय के अंदर शुरू नहीं हो सका जिससे अंपायरों ने मैच को टाई घोषित कर दिया. मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर भारत को अभी भी पहली जीत का इंतजार है. वह सात मुकाबले हार चुका है जिनमें चार टेस्ट मैच, एक टी-20 और दो वनडे मुकाबले शामिल हैं. जबकि पहला वनडे मैच बारिश के कारण रद्द और चौथा मैच टाई हो गया था. मेजबान टीम ने सीरीज पर 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है.
हारते ही आलोचनाओं का तूफान
अब भला इसमें कोई धोनी की गलती कैसे माने. लेकिन हां इस हार ने विश्व विजेता की कुर्सी को जरूर धक्का लगाया है. अब कई लोग यह भी मान रहे हैं कि विश्व कप शायद तुक्के से भारत के हाथ आ गया हो. गैर तो गैर अपनों ने भी भरोसा करना छोड़ दिया है. लेकिन लोग शायद भूल गए हैं कि कुछ दिनों बाद इंग्लैण्ड को भी भारत आना है. और उस वक्त अगर इंग्लैण्ड टीम पिछले भारत दौरे की तरह हार गई तब माजरा देखने लायक होगा. पिछली बार जब इंग्लैण्ड की टीम भारत आई थी तो वह वनडे में लगातार पांच मैच हार कर गई थी या यों कहें मुंबई में हुए आतंकवादी हमले से डर कर भाग गई थी. तो इंतजार कीजिए इंग्लैण्ड के भारत आने का फिर देखिएगा असली मुकाबला.
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