दक्षिण अफ्रीका में चल रहे ICC Under 19 World Cup के फाइनल मुकाबले में अब तक बने कई रिकॉर्ड टूट गए हैं। लगातार सातवीं बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने वाली भारत इकलौती टीम बन गई है। इसके अलावा सबसे ज्यादा वर्ल्ड कप फाइनल खेलने का रिकॉर्ड भी इंडिया के पास ही है। वहीं, भारतीय टीम के कई खिलाडि़यों ने भी सबसे ज्यादा रन बनाने, अर्द्धशतक लगाने के मामले में भी कारनामा किया है।
जायसवाल ने दिखाया कमाल
दक्षिण अफ्रीका के ओवल में बांग्लादेश और भारत के बीच फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है। मैच में बांग्लादेशी गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को बांध कर रख दिया। धीमी शुरुआत होने के बावजदू सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने भारतीय पारी को संभाला और वह 88 रन बनाकर आउट हुए। श्रीलंका के खिलाफ यशस्वी ने 59 रन बनाए, न्यूजीलैंड के खिलाफ 57, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 62, पाकिस्तान के खिलाफ 105 और बांग्लादेश के खिलाफ 88 रन ठोके। यशस्वी जापान के खिलाफ मात्र 29 रन बनाकर आउट हुए। इस तरह यशस्वी इस टूर्नामेंट में भारत की ओर से सबसे बड़े स्कोरर बनकर निकले हैं।
यशस्वी सबसे आगे
अंडर 19 भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के लिए यह टूर्नामेंट सबसे बेहतरीन साबित हुआ है। इसमें उनका बल्ला खुलकर बोला है। यही वजह है कि अंडर 19 वर्ल्ड कप इतिहास में वह पहले भारतीय बल्लेबाज हैं जिसके नाम सबसे ज्यादा अर्द्धशतक का रिकॉर्ड है। यशस्वी अब तक सर्वाधिक 5 अर्द्धशतक ठोक चुके हैं। सर्वाधिक अर्द्धशतक के मामले में 2016 के वर्ल्ड कप में 5 हॉफ सेंचुरी लगाकर सरफराज नौशाद खान दूसरे स्थान पर हैं। 2004 में शिखर धवन 4 अर्द्धशतक, 2018 में शुभमन गिल 4 अर्द्धशतक लगाकर क्रमशा तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।
सबसे ज्यादा रन
अंडर 19 वर्ल्ड कप 2020 में यशस्वी जायसवाल भारत की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। यही नहीं अंडर 19 वर्ल्ड कप इतिहास में भी वह इस लिस्ट में शिखर धवन के बाद दूसरे स्थान पर हैं। 2004 में शिखर धवन ने भारत की ओर से सबसे ज्यादा 505 रन ठोके थे। यशस्वी जायसवाल ने 2020 में 400 रन ठोके हैं। इसी तरह शुभमन गिल इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 2008 में 372 रन बनाए थे। 2016 में सरफराज खान ने 355 और 2006 में चेतेश्वर पुजारा ने 349 रन ठोके थे।
फाइनल में कप्तान का स्कोर
अंडर 19 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबलों में भारतीय टीम के कप्तानों के प्रदर्शन पर गौर करें तो सबसे खराब रविकांत शुक्ला के आंकड़े हैं। खिताबी मुकाबले में रन बनाने के मामले में 2012 के फाइनल में नाबाद 111 रन बनाकर उन्मुक्त चंद पहले स्थान पर हैं। दूसरे स्थान पर 2018 में 29 रन बनाकर पृथ्वी शॉ, तीसरे स्थान पर 2008 में 19 रन बनाकर विराट कोहली, चौथे नंबर पर 2000 में 18 रन बनाकर मोहम्मद कैफ, पांचवें स्थान पर 2020 में 7 रन बनाकर प्रियम गर्ग, छठे स्थान पर 2016 में 4 रन बनाकर ईशान किशान और सातवां नंबर 2006 में 1 रन बनाने वाले रविकांत शुक्ला का है।…NEXT
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