“पहले सहवाग और फिर तेज गेंदबाजों के कमाल ने आखिर टीम इंडिया को त्रिकोणीय वनडे सिरीज के फाइनल में पहुंचा ही दिया.”
दांबुला में कल भारत और न्यूजीलैंड के बीच त्रिकोणीय सीरीज का आखिरी मैच खेला गया. यह मैच दोनों ही टीमों के लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि इसी मैच के आधार पर फाइनल में खेलने वाली दूसरी टीम का फैसला होना था. टॉस टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने जीता और पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया. आज भारतीय टीम में प्रज्ञान ओझा की जगह मुनाफ पटेल को लिया गया मतलब आज भारतीय टीम में चार तेज़ गेंदबाज़ खेल रहे थे. टीम के हित में यह फैसला इसलिए सही था क्योंकि अभी तक पूरी श्रृंखला में तेज़ गेंदबाजों का बोलबाला रहा था और यही पहले मैच में भारत की हार का कारण भी बना था.
सहवाग ने किया विस्फोट
परन्तु शुरुआती 20 ओवरों का खेल देख ऐसा प्रतीत होने लगा कि शायद धोनी द्वारा पहले बल्लेबाज़ी का फैसला गलत साबित हो रहा है क्योंकि एक समय भारत का स्कोर 4 विकेट पर 66 रन था. लेकिन भारत के लिए सबसे अच्छी बात यह थी कि उसके दो प्रमुख बल्लेबाज़ वीरेंदर सहवाग और कप्तान धोनी अभी भी क्रीज़ पर थे. सहवाग ने 41 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया. कप्तान धोनी ने भी सहवाग का अच्छा साथ दिया और देखते ही देखते ही सहवाग ने विलियंसन की गेंद पर एक रन के साथ 87 गेंद में अपना 13वां शतक पूरा किया. उन्होंने अपने शतक में 15 चौके और एक छक्का जड़ा. इस बीच उन्होंने कप्तान धोनी के साथ 100 रन की साझेदारी भी पूरी की. लेकिन शतक ज़माने के बाद सहवाग ज़्यादा देर टिक नहीं पाए और गेंद को उठाकर मारने के प्रयास में डीप मिडविकेट पर वाटलिंग को कैच दे बैठे उन्होंने 93 गेंद की अपनी पारी में 16 चौके और एक छक्के की मदद से 110 रन बनाए.
223 रन पर सिमटी पारी
जब सहवाग आउट हुए थे तो भारत का स्कोर 173 रन था और ऐसा लग रहा था कि कप्तान धोनी के नेतृत्व में भारत आसानी से 250 रन का आंकड़ा पार कर लेगा. लेकिन टिम साउथी (49/4) की अगुवाई में किवी गेंदबाजों ने बल्लेबाजों का पुलिंदा बांधते हुए भारत को 46.3 ओवर में 223 रन पर समेट दिया. इसके अलावा मैक्कुलम ने 35 रन देकर तीन विकेट झटके.
भारतीय सीमर्स ने मचायी धूम
आसान लक्ष्य के आगे न्यूजीलैंड को पहले ही ओवर में तगड़ा झटका लगा जब तीसरी ही गेंद में मार्टिन गुप्टिल प्रवीण की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए. नेहरा ने दूसरे सलामी बल्लेबाज बीजे वाटलिंग को 2 रन पर बोल्ड कर पवेलियन चलता किया. इसके बाद विकेटों का पतन चालू हो गया और 53 रन तक पहुंचते-पहुंचते किवी टीम के छह बल्लेबाज वापस लौट चुके थे. एक समय जब लग रहा था कि किवी टीम सौ के पार भी नहीं पहुंच पाएगी तब मिल्स ने साउथी के साथ नौवें विकेट के लिए 27 रन और अंतिम विकेट के लिए एंडी मैक्के के साथ 38 रन जोड़कर टीम को शर्मनाक हार से बचाया. इस बीच मिल्स ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया उन्होंने 35 गेंद पर 52 रन की पारी खेली. अपनी इस पारी में मिल्स ने 7 चौके और 3 छक्के जड़े.
भारत की जीत का श्रेय जितना वीरेंदर सहवाग के शतक पर जाता है उतना ही श्रेय तेज़ गेंदबाजों को भी मिलता है. भारत की तरफ़ से खेल रहे चारो तेज़ गेंदबाजों ने उम्दा गेंदबाजी की और 9 विकेट झटके. भारत की तरफ़ से प्रवीण कुमार और मुनाफ पटेल ने 3-3 विकेट लिए और नेहरा को एक विकेट मिला.
श्रीलंका से होगा फाइनल
न्यूजीलैंड पर जीत के साथ भारत ने त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में प्रवेश कर लिया जहाँ उसका मुकाबला श्रीलंकाई चीतों से होगा. इस श्रृंखला में भारत ने श्रीलंका के साथ दो मैच खेले हैं जहाँ एक में वह जीते थे और एक में उन्हें हार मिली थी. परन्तु क्रिकेट अनिश्चितता का खेल है, जहाँ आपके गेंदबाजी की धार और बल्ले की रफ़्तार आपकी तरफ़ से जवाब देती है और हाल ही में एशिया कप में भारत के हाथों मिली हार श्रीलंका शायद भूला नहीं होगा और उसका बदला वह ज़रूर लेना चाहेगा.
Read Comments