फिल्म और क्रिकेट एक ऐसे क्षेत्र हैं जहां मेहनत के साथ किस्मत का होना भी जरूरी लगता है. आप किस्मत वाले इस फैक्टर को कई उम्दा कलाकारों की गुमनामी को याद करके जस्टिफाई कर सकते हैं. वहीं क्रिकेट की दुनिया में भी कई ऐसे क्रिकेटर रहे हैं, जो बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी टीम में जगह नहीं बना पाए. ऐसे ही क्रिकेटर थे नीलेश कुलकर्णी जिनका डेब्यू मैच शानदार रहा था. आज उनका जन्मदिन है आइए जानते हैं उनसे जुड़ी खास बातें.
1997 में श्रीलंका के खिलाफ मैच से किया था डेब्यू
1997 में श्रीलंका की स्थिति काफी मजबूत मानी जाती थी. कई स्टार खिलाड़ियों के दम पर मैदान पर उतरी श्रीलंका को हरा पाना इतना आसान नहीं था. इस मैच में इंडियन टीम का एक नया प्लेयर डेब्यू कर रहा था. 6 फ़ुट 4 इन्च का यह लेफ्ट आर्म स्पिनर सौरव गांगुली का रूम पार्टनर था. इनका नाम था नीलेश कुलकर्णी. पहला और अब तक का एकमात्र भारतीय खिलाड़ी जिसने अपने टेस्ट कॅरियर की पहली ही गेंद पर विकेट लिया. उसका शिकार था मर्वन अटापट्टू. इंडिया के 550 से ज्यादा के स्कोर के बाद पहली ही गेंद पर विकेट पाने वाले नीलेश ख़ुशी में कूद रहे थे. कई खिलाड़ियों ने उनकी इस खुशी को सांझा करने के लिए उन्हें गले से लगा लिया.
टीम में नहीं बना सके जगह
नीलेश कुलकर्णी ने इसके बाद एक और टेस्ट मैच में खेला जो कि श्रीलंका के ही खिलाफ था, लेकिन इस बार वो भारतीय पिच पर था. उन्हें 2001 में ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए एक बार फिर बुलाया गया जो कि उनका आखिरी टेस्ट मैच था. उन्होंने कुछ वन-डे मैचों में भी खेला लेकिन बदकिस्मती से नेशनल टीम का हिस्सा बनने के बाद भी उनका नाम टीम में फिक्स नहीं हो सका. इसके अलावा टेस्ट कॅरियर की पहली ही गेंद पर विकेट लेने का रिकॉर्ड भी उन्हें कोई बहुत बड़ी पहचान नहीं दिला सका.
2010 में ले लिया रिटायरमेंट
नीलेश ने घरेलू मैचों में कुछ बेहतरीन परफॉरमेंस दीं. 1994 में मुंबई के लिए अपने डेब्यू के बाद टीम के मुख्य गेंदबाजों में से एक रहे. बड़ौदा के खिलाफ उन्होंने 124 रन देकर 10 विकेट्स लिए. 2010 में लगातार टीम से अंदर और बाहर होते रहने के बाद कुलकर्णी ने रिटायरमेंट ले लिया…Next
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