टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अपना 30वां जन्मदिन मना रहे हैं। अगर ये कहा जाए कि पिछले कुछ साल से कोहली क्रिकेट जगत पर राज कर रहे हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा। एक बिगड़ैल क्रिकेटर की छवि को तोड़ते हुए कोहली ने जिस तरह से एक खिलाड़ी और व्यक्ति के रूप में खुद को बदला है वो काबिल-ए-तारीफ है। जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन कोहली उन सब से एक विजेता के रूप में निकले हैं। कोहली की जिंदगी में पांच ऐसी घटनाएं रही हैं जिसके बाद वो पूरी तरह से बदल गए।
पिता का निधन
कोहली ने अपना पहला फर्स्ट क्लास मैच नवंबर 2006 में खेला था और 10 रन बनाकर आउट हो गए थे। उस समय उनकी उम्र 18 साल थी, दिसंबर 2006 में कोहली को दिल्ली की तरफ से कर्नाटक के लिए मैच खेलना था उसी दिन कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हो गया था। कोहली ने उस पारी में 90 रन बनाए थे और आउट होने के बाद अपने पिता की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उनकी मां सरोज कोहली ने भी एक इंटरव्यू में कहा था, ‘उस दिन के बाद विराट बदल गया। रातों रात वो बहुत समझदार हो गया। वो हर मैच को गंभीरता से लेने लगा। बेंच पर बैठने से उसे नफरत होने लगी। उस दिन से ऐसे लगने लगा उसकी क्रिकेट ही उसकी जिंदगी हो गया। अब ऐसे लगने लगा है कि वो अपने पिता के सपने के पीछे भाग रहा है जो खुद उसका सपना भी बन गया है।’
अंडर-19 वर्ल्ड कप विनर
पिता के निधन के दो साल बाद कोहली की कप्तानी में अंडर-19 टीम इंडिया मलेशिया में वर्ल्ड कप खेलने उतरी। नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए कोहली ने 6 मैचों में 47 की औसत से 235 रन बनाए। टूर्नामेंट के दौरान कोहली की लीडरशिप क्वालिटी ने सबका दिल जीत लिया। दक्षिण अफ्रीका अंडर-19 टीम को हराकर टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप जीता। कोहली की कप्तानी की खूब तारीफ की गई। अंडर-19 वर्ल्ड कप ने कोहली को और मशहूर बना दिया।
इंडियन बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन के लिए खेला गया मैच
अगस्त 2008 में कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में आगाज कर चुके थे। श्रीलंका दौरे के लिए उन्हें टीम में चुन तो लिया गया था लेकिन टीम में जगह पक्की नहीं हुई थी। अक्टूबर 2008 में कोहली को इंडियन बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन की तरफ से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने का मौका मिला। ऑस्ट्रेलियाई टीम में ब्रेट ली, स्टुअर्ट क्लार्क, मिशेल जॉनसन, पीटर सिडल और जेसन क्रेजा जैसे गेंदबाज मौजूद थे। चार दिवसीय मैच में कोहली ने 105 और नॉटआउट 16 रनों की पारी खेली। इस प्रदर्शन के दम पर उन्हें नवंबर में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में टीम में चुना गया। हालांकि कोहली को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला क्योंकि टीम में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज खेल रहे थे। दिसंबर 2008 में बीसीसीआई ने ग्रेड डी का कॉन्ट्रैक्ट दिया और उन्हें 15 लाख रुपये की कमाई मिली।
2014 में टेस्ट कप्तानी
दिसंबर 2014 में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई, एडिलेड टेस्ट में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी चोटिल होने के चलते नहीं खेल पाए और विराट कोहली टेस्ट में पहली बार टीम की कमान संभाली। कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने यह मैच 48 रनों से गंवा दिया था, लेकिन उन्होंने जैसी कप्तानी की उसका हर कोई दीवाना हो गया था। इस दौरान धौनी ने सबको चौंकाते हुए टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। कोहली के करियर का यह बड़ा टर्निंग प्वॉइंट भी था। इसके बाद कोहली टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान नियुक्त किए गए।
2014 में इंग्लैंड के दौरे ने बतौर बल्लेबाज खुद को संवारा
कोहली साल 2014 में इंग्लैंड के दौरे कुछ खास नहीं कर पाए थे। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में खेली 10 पारियों में 13.50 की औसत से महज 134 रन ही बनाए थे। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 39 रन रहा था। इस सीरिज से विराट को बौर बल्लेबाज बहुत बदल दिया, उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर बहुत काम किया और आज वो क्या हैं सबको बता दिया।
लव लेडी अनुष्का के रहे साथ
विराट और अनुष्का की लव स्टोरी हमेसा से ही मीडिया में छाई रही, लेकिन जब भी विराट मैदान पर अच्छा प्रर्दशन नही कर पाए फैंस ने अनुष्का को ही इसका जिम्मेदार माना। लेकिन इस दौरान ये कपल हमेशा एक दूसरे के साथ रहा और विराट हमेशा अनुष्का को अपना लेडी लक मानते रहे और आखिरकार 2017 दिसंबर में उनसे शादी कर ली…Next
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