मेडल देश के सरहदों की चाक-चौबंद सुरक्षा करना किसी भी सैनिक का प्रथम कर्तव्य होता है। लेकिन खेल का लगाव उन्हें देश सेवा के साथ-साथ खेल में भी अपना हुनर दिखाने के लिए प्रेरित करता है। सैनिकों का खेल के प्रति लगाव देखकर युवाओं को प्रेरणा मिलती है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय सेना ने खेल सितारों को सम्मानित करके युवाओं को खेल से जुड़ने के लिए प्रेरणा देने का काम किया है। परिणामस्वरूप भारतीय सेना में से एक से बढ़कर एक दिग्गज खिलाड़ी आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। आज हम यहाँ एक नज़र डालेंगे उन मशहूर खिलाड़ियों पर जो खेल की दुनिया में पदार्पण करने से पहले भारतीय सेना में काम किया करते थे।
1. राज्यवर्धन सिंह राठौर
भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट कार्य कर चुके वर्तमान में भारत के खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने साल 2004 में हुए एथेंस ओलंपिक में डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीते थे। इस जीत के साथ वो साल 1900 के बाद रजत जीतने वाले पहले निशानेबाज बने थे। इसके अलावा वो साल 2002 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक भी जीत चुके हैं।
2. जीतू राय
देश के सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजों में से एक जीतू राय साल 2006 में 11वें गोरखा रेजिमेंट में बतौर सिपाही के रूप में शामिल हुए थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके उम्दा प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें जूनियर कमीशंड अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया गया था। विश्व कप, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाने वाले जीतू की खेल प्रतिभा किसी भी निशानेबाज के लिए प्रेरणा देने का काम कर सकती है।
3. विजय कुमार
वर्तमान में डोगरा रेजिमेंट के 16वें बटालियन में बतौर सूबेदार मेजर के रूप में कार्यरत विजय कुमार ने साल 2012 में लंदन में हुए ओलंपिक में शूटिंग प्रतिस्पर्धा में रजत पदक जीता था। इसके अलावा वो विभिन्न राष्ट्रमंडल खेलों में पाँच स्वर्ण पदक भी जीत चुके हैं। विजय कुमार एक उम्दा भारतीय स्पोर्ट्स शूटर हैं।
4. राम सिंह यादव
भारतीय सेना में बतौर हवलदार के रूप में काम करने वाले राम सिंह यादव ने साल 2012 लंदन हुए ओलंपिक के लिए मुंबई मैराथन के जरिये क्वालीफाई किया था। इस ओलंपिक में 12वीं रैंक के साथ उन्होंने उम्दा प्रदर्शन किया था। उस दौरान भारत की तरफ से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले वो दूसरे मैराथन धावक बने थे।
5. मिल्खा सिंह
भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाले फ़्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह ने बतौर सिपाही भारतीय सेना जॉइन की थी। सेना में रहते हुए उन्होंने अपने हुनर को पहचाना और धावक के रूप में एशियाई खेलों में भाग लेकर देश के लिए कई पदक जीते। उनके इस उम्दा प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय सेना द्वारा उन्हें सिपाही से जेसीओ (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) बनाया गया था। उनके जीवन पर बनी फिल्म “भाग मिल्खा भाग” में उनके चरित्र का चित्रण बखूबी किया गया है।…Next
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