किंग ऑफ क्ले के नाम से मशहूर विश्व के नंबर दो टेनिस खिलाड़ी स्पेन के राफेल नडाल ने कोर्ट पर अपने दमदार प्रदर्शन की बदौलत टेनिस की दुनिया में एक अलग ही पहचान बनाई है. इसका नमूना हाल ही में खेली गई टेनिस प्रतियोगिता में देखा गया. रविवार को खेले गए एकल स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में नडाल ने हमवतन डेविड फेरर को 7-6, 7-5 से हराकर सातवीं बार बार्सिलोना ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया. कुल आठ युगल खिताब अपने नाम कर चुके नडाल के कॅरियर का यह 48वां एकल खिताब है.
25 वर्षीय स्पेन के इस युवा खिलाड़ी की दो सप्ताह के अंदर यह दूसरी जीत है उन्होंने एक सप्ताह पहले मोंटे कार्लो में शीर्ष वरीयता प्राप्त सर्बिया के नोवाक जोकोविच को हराकर इस खिताब को जीतने के साथ ही वह लगातार आठवां खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए.
टेनिस की दुनिया का यह खिलाड़ी जब कोर्ट पर होता है तो उसकी स्पीड को देखकर देखने वाले हक्का बक्का रह जाते हैं. अपने खेल में आक्रामक अंदाज लाना इनकी शैली बन चुकी है. यह कब अपने विरोधियों को चित कर दें इसका पता भी नहीं चलता. नडाल आक्रमकता के साथ एक उच्चकोटि के डिफेन्डर भी हैं. वह अपनी ताकत से किसी भी समय खेल का रूख बदल सकते हैं. उनकी ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे जब हिट करते हैं तो सामने वाले को उनकी स्पीड का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है.
एकल खिताब के रूप में राफेल नडाल ने अब तक 10 ग्रांड स्लैम अपने नाम किया है जिसमें रिकॉर्ड छ: बार फ्रेंच ओपन का खिताब भी शामिल है.
आस्ट्रेलियन ओपन: 2009
फ्रेंच ओपन: 2005, 2006, 2007, 2008, 2009, 2011, 2012
विंबलडन: 2008, 2010
अमेरिकी ओपन: 2010
बार्सिलोना ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम करने बाद नडाल का भरोसा काफी बढ़ा होगा जिसका फायदा उन्हें आने वाले फ्रेंच ओपन में मिलेगा. वैसे भी फ्रेंच ओपन में उनका तोड़ अभी तक कोई भी खिलाड़ी नहीं निकाल पाया है.
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