क्रिकेट में नित नए नए प्रयोग किए जा रहे हैं. टी-20 के आने के बाद लग रहा था कि वनडे क्रिकेट और टेस्ट मैचों के प्रति लोगों का रुझान कम होगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. विश्व कप (World Cup) और टेस्ट मैचों (Test Match) के रोमांच ने दुबारा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करना शुरु कर दिया है. हालांकि अभी भी यह कहना कि आज भी लोग पहले की तरह क्रिकेट के दीवाने हैं शायद गलत होगा क्यूंकि आज लोग क्रिकेट के दीवाने तो हैं पर उनका यह दीवानापन एक हद तक ही है. आज लोग पूरा मैच (Match) देखने की बजाय शुरू और अंत के पन्द्रह ओवरों को देखना ज्यादा पसंद करते हैं.
New Rules of ICC
अब क्रिकेट को और रोमांचक बनाने के लिए पॉवर–प्ले (Power Play) को बीच के ओवरों में लेना जरुरी कर दिया गया है. साथ ही अब क्रिकेट में बल्लेबाज 10 नहीं 11 तरीकों से गेंदबाजों का शिकार बन सकता है. नए नियम के तहत अगर कोई बल्लेबाज रन लेने के दौरान जानबूझकर फील्डर (Fielder) के थ्रो (Throw) के आड़े आएगा तो उसे रन आउट (Run Out) करार दिया जाएगा. इसे स्कोर बोर्ड में भी रन आउट ही लिखा जाएगा. देखा जाए तो नया नियम मैदान में बाधा पहुंचाने और रन आउट के नियमों का मिलाजुला रूप है. शॉट खेलने के बाद अगर बल्लेबाज फील्डर को कैच लेने या गेंद को रोकने में किसी तरह की रुकावट पैदा करता है, तो उसे मैदान में बाधा पहुंचाने के नियम के तहत आउट करार दिया जाता है. अब नए नियमों के अनुसार थ्रो करने वाले फील्डर की राह में बाधा पैदा करना भी आउट होने की वजह बनेगा.
अब अगर आपको याद हो तो भारत-पाकिस्तान मैच (India- Pakistan Match) के दौरान एक बार इंजमाम-उल-हक (Inzamam-ul-Haq)को भी इसी तरह आउट दिया गया था जिस पर काफी बवाल मचा था. इंजमाम का कहना था कि उन्हें इस रूल (Rule) के बारे में पता ही नहीं था लेकिन अब इस तरह की बात शायद ही कोई क्रिकेटर कर पाए.
लेकिन इस नियम से कई समस्याएं भी खड़ी होंगी. मान लीजिए अगर कोई खिलाड़ी (Player) बल्लेबाज को नुकसान पहुंचाने के लिए थ्रो करता है और बल्लेबाज उस गेंद को रोकता है तब भी उसे आउट माना जाएगा जबकि वह तो बेचारा अपना बचाव कर रहा था. खैर जो भी हो रोमांच को बढ़ाने की लालसा आईसीसी से कुछ भी करवा सकती है.
एक और खबर जो कई खेल प्रेमियों को पसंद आएगी वह है कि 2015 के विश्व कप (World Cup 2015) में अब 10 की जगह 15 टीमें खेलेंगी. पहले कहा गया था कि कमजोर टीमों को इस बड़े आयोजन से दूर रखा जाएगा लेकिन आयरलैंड (Ireland) और कनाडा (Canada) जैसी टीमों के विरोध के बाद इस फैसले को वापस ले लिया गया.
टी-20 क्रिकेट (T-20 Cricket) के फटाफट माहौल के बाद यह जरूरी हो गया था कि वनडे को ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए कुछ बदलाव किए जाएं और अब बदलाव लाए भी जा रहे हैं. लेकिन कोई माने या ना माने यह तो पक्का है कि इस खेल के प्रति जो जुनून पहले था वह अब नहीं रहा है.
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