मुश्किल से एक सप्ताह शेष है जब 53 देशों के एथलीटों का राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने के लिए दिल्ली में आगमन शुरू हो जाएगा. लेकिन दिल्ली पुलिस ने अभी तक खिलाड़ियों के होटलों के कमरे से विभिन्न प्रशिक्षण स्थानों तक जाने की कोई विस्तृत योजना तैयार नहीं की है. हालांकि रोडों पर नीली पट्टी बना दी गई है, जिसमें सिर्फ एथलीटों की गाडियों का आवागमन होगा.
पुलिस ने इस विलम्ब का कारण आयोजन समिति को बताया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक आयोजन समिति ने अभी तक खिलाड़ियों के कार्यक्रम की विस्तृत अनुसूची नहीं प्रदान की है अतः यह विलम्ब हो रहा है. गौरतलब है कि 53 दशों के करीब 7,000 एथलीट राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने के लिए 20 से 23 सितम्बर के बीच दिल्ली आएंगे. वैसे भी बारिश के कारण कार्य बाधित है और लगता है आयोजन समिति और दिल्ली पुलिस की इस खींचतान में कुछ ज़्यादा ही देर ना हो जाए.
कलमाड़ी है तैयार
लगता है राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी को खेलों को सुदृढ़ रूप से संपन्न करने से ज़्यादा चिंता अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सुधारने की है. तभी तो सुरेश कलमाड़ी ने अपने एक बयान में कहा है कि खेल महाकुंभ की तैयारियों में वित्तीय अनियमितता के कथित आरोपों की न्यायिक जांच सहित किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं.
कलमाड़ी ने कहा, “मैं न्यायिक जांच सहित किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं.’’ उन्होंने कहा कि आयोजन समिति का वास्ता केवल खेलों की लागत के लिए आवंटित किए गए 1600 करोड़ रुपए से है ना कि उस 40 हजार करोड़ रुपए से है जिसे आधारभूत ढांचे के लिए मुहैया कराया गया है. लगता है यह बयान देकर वह अपना पक्ष साफ़ करना चाहते हैं जबकि वह भूल रहे हैं कि जो 40 हजार करोड़ रुपए आधारभूत ढांचे को बेहतर बनाने के लिए आवंटित किए गए थे वह राष्ट्रमंडल खेलों के कारण ही तो हो रहा है.
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