रोनाल्डो लुईस नज़ारियो डी लीमा ने, जिसे पूरा विश्व रोनाल्डो के नाम से भी जानता है, कल फुटबॉल को अलविदा कह दिया. पिछले कुछ समय से फुटबॉल मैदान से बाहर रहे 34 वर्षीय रोनाल्डो ने फुटबॉल से संन्यास लेने का कारण उन दवाओं को बताया जो उन्हें घायल होने के कारण लेनी पड़ती हैं. रोनाल्डो के अनुसार यह दवाएं उन्हें लेनी ज़रुरी हैं लेकिन वहीं यह दवाएं डोपिंग के रूप में प्रतिबंधित हैं.
ओ फ़िनोमेनो – रोनाल्डो
दुनिया के बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी में से एक रोनाल्डो को ओ फ़िनोमेनो या करिश्माई रोनाल्डो कहें तो गलत नहीं होगा. उनके आंकड़े ही उनकी महानता बयां करते हैं.
रोनाल्डो का जन्म 18 सितम्बर 1976 को ब्राजील में हुआ था. रोनाल्डो के फुटबॉल कैरियर की शुरुआत ब्राजील के फुटबॉल क्लब क्रुजेरो से 1993 में हुई और वह क्रुजेरो से 1994 तक जुड़े रहे. इस दौरान उन्होंने 14 मैचों में 12 गोल किए. 1994 में रोनाल्डो हॉलैंड के फुटबॉल क्लब पीएसवी आइंडहॉवन से जुड़े और इस तरह शुरू हुआ रोनाल्डो का यूरोपीय फुटबॉल क्लबों में जादू.
क्लब फुटबाल में रोनाल्डो का सफ़र
1993 – 1994: क्रुजेरो (14 मैचों में 12 गोल)
1994–1996: पीएसवी आइंडहॉवन (57 मैचों में 54 गोल)
1996–1997: बार्सिलोना (49 मैचों में 47 गोल)
1997–2002: इंटर मिलान (99 मैचों में 59 गोल)
2002–2007: रियल मैड्रिड (177 मैचों में 104 गोल)
2007–2008: एसी मिलान (20 मैचों में 9 गोल)
2009–2011: कोरिंथियांस (69 मैचों में 35 गोल)
नोट – क्लब फुटबॉल में रोनाल्डो एक समय सबसे महंगे खिलाड़ी थे.
फुटबॉल वर्ल्ड कप में रोनाल्डो
फुटबॉल वर्ल्ड में रोनाल्डो चार बार खेले हैं और उनके नाम सबसे ज़्यादा 15 गोलों का रिकॉर्ड भी है. यही नहीं, रोनाल्डो उन गिने चुने खिलाड़ियों में से एक हैं जो दो बार फुटबॉल वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे.
रोनाल्डो को पहली बार 1994 के वर्ल्ड कप के लिए चुना गया हालांकि वह इस वर्ल्ड कप में खेले नहीं, लेकिन इटली को हरा ब्राजील ने यह वर्ल्ड कप जीता. 1998 के फ्रांस में हुए वर्ल्ड कप में ब्राजील को रोनाल्डो से बहुत उम्मीद भी थी. सेमीफाइनल तक रोनाल्डो ने बहुत अच्छा प्रदर्शन भी किया, लेकिन फाइनल में वह अपना प्रदर्शन दोहरा न पाए और फ्रांस ने पहली बार वर्ल्ड कप जीता. हालांकि कहा जाता है कि फाइनल मुकाबले में रोनाल्डो किसी बीमारी से ग्रसित हो गए थे.
2002 वर्ल्ड कप में रोनाल्डो ने एक बार फिर मोर्चा संभाला. इस समय वह चोट से वापसी कर रहे थे. वर्ल्ड कप में रोनाल्डो ने खूब धूम मचाई और सर्वाधिक गोल करते हुए ब्राजील को पांचवी बार फुटबॉल वर्ल्ड कप विजेता बनाया. इस वर्ल्ड कप में रोनाल्डो को गोल्डन बूट के पुरस्कार से नवाजा गया.
27 जून 2006 को अपना चौथा फुटबॉल वर्ल्ड कप खेल रहे रोनाल्डो ने घाना के खिलाफ़ गोल करते हुए फुटबॉल वर्ल्ड कप में सर्वाधिक गोल करने का 15 गोलों का रिकॉर्ड बनाया.
रोनाल्डो ने अपने 18 साल के फुटबॉल कैरियर में 620 मैचों में 420 गोल किए. 2007 में पेले ने रोनाल्डो को दुनिया के 100 सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों की लिस्ट में भी शामिल किया. यही नहीं रोनाल्डो को तीन बार फीफा फुटबॉलर ऑफ दी इयर के पुरस्कार से भी नवाजा गया है.
अब रोनाल्डो ने फुटबॉल को अलविदा कह दिया है. रह गई है तो कुछ यादें, यादें उस खिलाड़ी की जिसे सब लोग करिश्माई रोनाल्डो कहते थे.
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