महिला टेनिस की दुनिया में नाम कमाने वाली अमरीका की दिग्गज टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि महिला टेनिस खिलाड़ियों में उनसे बेहतर कोई और नहीं. सेरेना विलियम्स ने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए विश्व की पहली वरीयता प्राप्त महिला टेनिस खिलाड़ी, बेलारूस की विक्टोरिया एज़ारेंका को हराकर चौथी बार यूएस ओपन का महिला एकल खिताब अपने नाम कर लिया. इससे पहले उन्होंने वर्ष 1999, 2002 और 2008 में यह खिताब अपने नाम किया.
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लगभग दो घंटे चले इस मैच में सेरेना ने अपना बेहतरीन खेल दिखाते हुए 23 वर्षीय एज़ारेंका को 6-2, 2-6, 7-5 से हराकर 15वां ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किया. विक्टोरिया एज़ारेंका ने भी सेरेना को कड़ी टक्कर दी. इस जीत के बाद सेरेना वर्ष 1987 में मार्टिना नवरातिलोवा के बाद वो दूसरी खिलाड़ी बन चुकी हैं जिन्होंने 30 वर्ष की आयु का पड़ाव पार करने के बाद यूएस ओपन जीता है.
पावरफुल शॉट्स से अपने विरोधी खिलाड़ियों के पसीने छुड़ाने वाली सेरेना विलियम्स का जन्म 26 सितंबर, 1981 को अमरीका के मिशिगन (Michigan) में हुआ. उन्होंने टेनिस की बारीकियां अपने पिता रिचर्ड विलियम्स से सीखीं जो स्वयं एक टेनिस कोच हैं. सेरेना 13 साल की उम्र से ही एक पेशेवर खिलाड़ी के तौर पर खेलती आ रही हैं. सेरेना ने वर्ष 1999 में यूएस ओपन के महिला एकल मुकाबले में मार्टिना हिंगिस (Martina Hingis) को हराकर ग्रैंड स्लैम का पहला खिताब जीता था. उन्होंने अब तक 15 एकल ग्रैंड स्लैम जीता. सेरेना ने डबल में 13 ग्रैंड स्लैम खिताब भी अपने नाम किया.
सेरेना का बेहतर प्रदर्शन केवल ग्रैंड स्लैम में ही नहीं है बल्कि उन्होंने ओलंपिक में भी अपने खेल का जौहर दिखाया. उन्होंने हाल में खत्म हुए लंदन ओलंपिक के एकल मुकाबले में अपने देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया. उन्होंने ओलंपिक में अब तक सिंगल्स में एक और डबल्स में तीन स्वर्ण पदक हासिल किए हैं.
बीच में सेरेना के प्रदर्शन में काफी गिरावट आ गई थी लेकिन विंबलडन 2012 और उसके बाद लंदन ओलंपिक में खिताबी मुकाबला जीतने के बाद जानकर यह मानने लगे हैं कि एक फिर से सेरेना का बेहतरीन दौर वापस आ चुका है. अमरीका की इस खिलाड़ी के ताकत को लेकर अकसर माना जाता है कि अगर कोर्ट पर चोटी का कोई पुरुष खिलाड़ी भी हो तो वह उसे भी टक्कर दे सकती हैं.
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