क्रिकेट का ककहरा सीखते ही 400 रन ठोककर दुनियाभर में शोहरत पाने वाले क्रिकेटर वसीम जाफर ने हाल ही में सन्यास लिया है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट के सबसे ज्यादा रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले क्रिकेटर ने कहा कि मेहनत करने के बावजूद भी सबको सम्मान नहीं मिलता है। भारतीय क्रिकेट टीम में लगातार उनकी अनदेखी किए जाने पर वसीम जाफर का दर्द उछल आया। दिग्गज क्रिकेटरों की लिस्ट में शामिल वसीम जाफर ने क्रिकेट में वो कारनामे किए हैं जो कोई और खिलाड़ी नहीं कर सका।
400 रन ठोक छा गए थे वसीम
अपनी काबिलियत के बल पर दुनिया को चौंकाने वाले वसीम जाफर का जन्म 16 फरवरी 1978 को मुंबई में हुआ था। बचपन से क्रिकेटर बनने का ख्वाब देखने वाले वसीम जाफर स्कूल टूर्नामेंट में ही सबके चहेते बन चुके थे। 1992 में वह अंजुमन ए इस्लाम जूनियर टीम की ओर से क्रिकेट खेला करते थे। वसीम जाफर को उस वक्त पहचान हासिल हुई जब उन्हें 15 साल की उम्र में जूनियर चैंपियनशिप में नाबाद 400 रन ठोक दिए।
छलका दर्द तो बताई मन की बात
हाल ही में क्रिकेट के सभी फार्मेट से सन्यास का ऐलान करने वाले 42 वर्षीय वसीम जाफर अब आईपीएल की किंग्स इलेवेन पंजाब टीम के बैटिंग कोच हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय क्रिकेट टीम में लगातार अपनी अनदेखी पर उनका दर्द छलक आया। उन्होंने कहा कि खूब मेहनत के बावजूद भी सभी को सम्मान हासिल नहीं होता है। अब क्रिकेट में सम्मान उसी को मिलता है जो हर फॉर्मेट में खेलता हो। वसीम जाफर ने कहा कि दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण को भी वह सम्मान हासिल नहीं हो सका। हालांकि उनके साथ खेलने वाले उनकी काबिलियत और अहमियत को अच्छे से जानते हैं।
करियर के दूसरे मैच में ही तिहरा शतक
वसीम जाफर को भारतीय क्रिकेट टीम में 1996 में इंट्री मिली। तब वसीम जाफर मात्र 18 साल के थे। वसीम जाफर ने अपने करियर के दूसरे प्रथम श्रेणी मैच में ही अपनी काबिलियत का लोहा मनवा दिया। वसीम ने मैराथन पारी खेलते हुए इस मैच में ताबड़तोड़ रन बरसाए। वसीम ने गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए तिहरा शतक ठोक दिया और कुल कुल 314 रन बनाए।
आईओसी ने जॉब ऑफर की
जानकारों के मुताबिक अपने फर्स्ट क्लास करियर के दूसरे मैच में ही तिहरा शतक ठोकने वाले वसीम जाफर को इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने अपनी टीम का हिस्सा बनाने का ऑफर देते हुए उच्च श्रेणी की जॉब की पेशकश की। वसीम जाफर ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को ज्वाइन कर लिया। फर्स्ट क्लास मैचों में वसीम जाफर ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन टीम का नेतृत्व किया। हालांकि, रणजी मैचों के लिए वह विदर्भ टीम का हिस्सा रहे।
सबसे ज्यादा रणजी खेलने का रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट में वसीम जाफर भारत के लिए सर्वाधिक 150 रणजी मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी भी हैं। यह कीर्तिमान रचने वाले वसीम इकलौत प्लेयर हैं। वसीम जाफर ने दिसंबर 2019 में आंध्र प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। सर्वाधिक रणजी ट्रॉफी मैच खेलने के मामले में जाफर के बाद मध्यप्रदेश के देवेंद्र बुंदेला का नंबर आता है जिन्होंने 145 मैच खेले हैं। तीसरे स्थान पर 136 मैच खेलकर अमोल मजूमदार हैं।
शानदार करियर और आंकड़े
वसीम जाफर अच्छी पारियों के बावजूद सेलेक्टर्स की आंखों में नहीं उतर पाए। 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे क्रिकेट में उतरे जाफर करियर में मात्र दो वनडे मैच ही खेल सके हैं। हालांकि, उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम के लिए 31 मैचों की 58 इनिंग्स खेली हैं। इनमें उन्होंने 5 शतक और 11 अर्द्धशतक के साथ 1944 रन बनाए हैं। टेस्ट क्रिकेट में कुल 3 ओवर फेंकने वाले जाफर दो विकेट भी हासिल कर चुके हैं। जाफर अब तक 260 फर्स्ट क्लास मैच खेल चुके हैं और इसमें उन्होंने 19410 रन बनाए हैं और उनका हाईएस्ट स्कोर 314 रन है। उन्होंने 57 शतक और 91 अर्द्धशतक लगाए हैं।
अब क्या कर रहे जाफर
दिग्गज क्रिकेटर वसीम जाफर फिलहाल आईपीएल की टीम किंग्स इलेवेन पंजाब के बैटिंग कोच हैं। वह बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड में भी बैटिंग कोच रहे हैं। पिछले महीने फरवरी में बांग्लादेश टीम के अंडर 19 वर्ल्ड कप जीतने का काफी श्रेय वसीम जाफर को भी दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि वसीम की कोचिंग की बदौलत बांग्लादेश की जूनियर टीम ने वर्ल्ड कप जीतने में कामयाबी हासिल की है। वसीम जाफर ने सन्यास के बाद फुलटाइम कोचिंग करने की बात कही है।…NEXT
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