क्रिकेट को दुनियाभर में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले खेलों में गिना जाता है। वहीं, भारतीयों को सबसे अव्वल दर्जे का क्रिकेटर माना जाता है। इसकी वजह भारतीयों के क्रिकेट में बनाए गए कभी न टूटने वाले रिकॉर्ड हैं। भारतीय गेंदबाज बापू नाडकर्णी को दुनिया का सबसे कंजूस गेंदबाज कहा जाता है। ऐसा क्यों कहा जाता है आइए डालते हैं एक नजर।
50 के दशक में बना रिकॉर्ड आज भी कायम
50 के दशक में भारतीय टीम में अहम किरदार निभाने वाले बापू नाडकर्णी के पास सबसे कम रन देने का रिकॉर्ड दर्ज है। इस रिकॉर्ड को आज तक कोई भी दूसरा गेंदबाज तोड़ नहीं सका है। बापू नाडकर्णी ने यह रिकॉर्ड 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था। जनवरी 1964 में इंग्लैंड टीम 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने भारत दौरे पर आई थी।
नवाब पटौदी की कप्तानी और 457 का स्कोर
उस वक्त दुनियाभर में इंग्लैंड टीम की क्रिकेट में तूती बोलती थी। 10 जनवरी को इंग्लैंड के कप्तान माइक स्मिथ और भारतीय कप्तान नवाब पटौदी मंसूर अली खान टॉस के लिए मैदान पर पहुंचे और टॉस के बाद भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी। बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत ने 457 रन बनाए। मैच में ओपनर बुधी कुंडरन और विजय मांजरेकर ने शानदार शतक ठोके थे।
स्पिनरों के जाल में फंसी इंग्लिश टीम
पहली पारी में मिले विशाल टारगेट का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम को शुरुआती झटका जल्द ही लग गया। कप्तान माइक स्मिथ मात्र 3 रन बनाकर पवेलियन चलते बने। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाजों की एक न चल सकी। तेज गेंदबाज खेलने के आदी अंग्रेज भारतीय स्पिनरों के जाल में ऐसा फंसे की निकल न सके।
बापू नाडकर्णी ने रचा इतिहास
स्पिन गेंदबाजी की कमान संभाल रहे बाएं हाथ के धुरंधर स्पिनर बापू नाडकर्णी की ललचाती गेंदों को बल्लेबाज छू तक न सके। नाडकर्णी की घूमती गेंदें सीधे कीपर के दस्तानों में समा जाती थीं और इंग्लैंड के बल्लेबाज तकते रह जाते थे। पहली पारी में बापू नाडकर्णी ने कुल 32 ओवर डाले और इनमें से उन्होंने 27 ओवर मेडेन डाले थे। यह रिकॉर्ड बन गया।
दुनिया के सबसे कंजूस गेंदबाज बने
बापू नाडकर्णी ने इस मैच में सर्वाधिक मेडेन ओवर डालने का रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंग्लैंड के बल्लेबाज नाडकर्णी की 192 गेंद खेल गए लेकिन 5 से ज्यादा रन नहीं बना सके। नाडकर्णी की 162 गेंदों पर इंग्लैंड के बल्लेबाज एक भी रन नहीं बना सके। इस तरह बापू नाडकर्णी ने विश्व के सबसे कंजूस गेंदबाज का तमगा हासिल कर लिया।…NEXT
Read More : टीम इंडिया का कारनामा, बिना सेमीफाइनल खेले ही विश्वकप फाइनल में पहुंची
उसैन बोल्ट से भी तेज दौड़ा कर्नाटक का युवक, भैसों को दिया सफलता का श्रेय
भारत वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा, पाक को रौंदकर लगातार 11 मैच जीतने का इतिहास रचा
सुपरओवर में हमेशा खराब रही न्यूजीलैंड किस्मत, भारत ने हर बार रौंदा
हैंडसम क्रिकेटर बना बंदर का शिकार, वर्ल्ड कप से बाहर, करियर दांव पर लगा
Read Comments