दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में शुमार रहे भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी जहीर खान को कई खिलाड़ी सबसे घातक गेंदबाज मानते हैं। जहीर खान को क्रिकेट में नकल बॉल का जनक भी माना जाता है। अपनी यॉर्कर गेंदों के लिए मशहूर रहे जहीर खान ने अपने करियर की शुरुआत में ही गेंदबाजी में ऐसा धमाका किया कि वह सुर्खियां बन गए। इसके बाद उन्हें दुनियाभर में खूब सराहना हासिल हुई। जहीर खान आज यानी 7 अक्टूबर को अपना 41वां जन्मदिन सेलीब्रेट कर रहे हैं।
पिता की चाहत में बने क्रिकेटर
महाराष्ट्र के श्रीरामपुर जिले में जन्मे जहीर खान बचपन से ही क्रिकेट को लेकर बहुत संजीदा नहीं थे। जहीर अपने बाकी साथियों की तरह ही एक कुशल इंजीनियर बनना चाहते थे। लेकिन बाद में उनके पिता बख्तियार खान ने जहीर को स्कूल के दिनों से क्रिकेट पर ध्यान देने की बात कही। क्रिकेट में पिता की दिलचस्पी देखकर जहीर ने पिता से अपने इंजीनियर बनने के ख्वाब को साझा किया। इस पर उनके पिता ने जहीर को समझाया कि बेटा इंजीनियर तो देश में बहुत हैं और एक से एक अच्छे हैं पर देश को एक हुनरमंद क्रिकेटर चाहिए वह भी तेज गेंदबाज।
एक मैच में 7 विकेटों ने बदल दिया जीवन
पिता के समझाने और क्रिकेट पर फोकस करने की नसीहत को जहीर खान ने गांठ बांध लिया और क्रिकेट के लिए अपना जीवन झोंकने का संकल्प ले लिया। जिलास्तरीय क्रिकेट अकेडमी में खेलने के बाद जहीर के पिता उन्हें मुंबई लेकर गए। यहां पर उन्होंने क्रिकेट सीखने के लिए एक अकेडमी में दाखिला करा दिया। जहीर खान जब 17 साल के थे तब जिमखाना क्लब के खिलाफ खेलते हुए फाइनल मुकाबले में जहीर ने अपनी गेंदबाजी से कहर ढा दिया। इस मैच में जहीर खान ने 7 विकेट झटक लिए। जहीर के इस प्रदर्शन से वह सुर्खियों में आ गए और उनके क्रिकेट करियर को रफ्तार मिल गई।
दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाज बने
जहीर खान को क्लब और रणजी मैचों में सुर्खियां मिलने के बाद 2000 में वनडे क्रिकेट के लिए राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया। इस दौरान जहीर ने शानदार गेंदबाजी की इसका फल उन्हें अगले ही महीने टेस्ट में शामिल किए जाने से मिल गया। 2003 और 2007 वर्ल्ड कप के दौरान जहीर खान की विश्व क्रिकेट में तूती बोली और दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों की लिस्ट में शामिल हो गए। इस दौरान वह भारतीय टीम के मुख्य तेज गेंदबाज भी रहे। जहीर खान अपनी सटीक यार्कर गेंदों के लिए मशहूर रहे। जहीर खान ने 200 वनडे, 92 टेस्ट और 17 टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। इन मैचों में जहीर ने अपने करियर के कुल 610 विकेट चटकाए हैं।
नकल बॉल के जनक
गेंदबाजी में मिश्रण करने और प्रयोग करने के लिए जहीर खान को नंबर वन गेंदबाज भी माना जाता है। वह तेज गेंदबाजी के दौरान स्लोवर वन, इन स्विंग और आउट स्विंग कराने के लिए मशहूर रहे। जहीर खान को नकल बॉल का जनक भी कहा जाता है। यह बॉल जहीर खान का सबसे सटीक और मुख्य हथियार बन चुकी थी। आज दुनिया के ज्यादातर खिलाड़ी इस बॉल का इस्तेमाल कर बल्लेबाज को पवेलियन भेज देते हैं। उनकी इस कला के चलते बल्लेबाज डर में रहते थे कि अगली गेंद किस तरह की जहीर खान फेंकने वाले हैं। जहीर खान की गेंदबाजी कला के चलते दुनियाभर के दिग्गज बल्लेबाज भी उन्हें खेलने कतराते थे।…Next
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