एशिया कप इस बार श्रीलंका में 15 जून से 24 जून तक चलेगा. इस खिताब की दावेदारी की दौड़ में पाकिस्तान, भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश हैं. इस साल इसके अधिक रोचक होने की संभावना है क्योंकि इस बार नजर होगी यंग ब्रिगेड पर जो अपने पूरे सवाब पर है.
एशिया कप में विशेषकर एशियाई टीमें हिस्सा लेती हैं और यह अमूमन हर दो वर्ष में होता है. इसकी पहल सन 1983 में एशियाई क्रिकेट काउंसिल ने की थी. पहले एशिया कप का आयोजन शारजाह में 1984 में हुआ था जिसमें विजय मिली थी भारत को. भारत अब तक 10 में से 4 बार इस खिताब को अपनी मुठ्ठी में कर चुका है.
इस बार एशिया कप श्रीलंका में होने वाला है जिससे श्रीलंका को फायदा हो सकता है. इस सीरीज के कार्यक्रम इस प्रकार हैं:
15 जून श्रीलंका विरुद्ध पाकिस्तान (रणगिरी दांबुला स्टेडियम, दांबुला)
16 जून भारत विरुद्ध बांग्लादेश(रणगिरी दांबुला स्टेडियम, दांबुला)
17 जून रिजर्व-डे
18 जून श्रीलंका विरुद्ध बांग्लादेश (रणगिरी दांबुला स्टेडियम, दांबुला)
19 जून भारत विरुद्ध पाकिस्तान (रणगिरी दांबुला स्टेडियम, दांबुला)
20 जून रिजर्व-डे
21 जून बांग्लादेश विरुद्ध पाकिस्तान(रणगिरी दांबुला स्टेडियम, दांबुला)
22 जून भारत विरुद्ध श्रीलंका(रणगिरी दांबुला स्टेडियम, दांबुला)
23 जून रिजर्व-डे
24 जून फाइनल(रणगिरी दांबुला स्टेडियम, दांबुला)
25 जून रिजर्व-डे
फुटबॉल फीवर के बीच क्रिकेट का जादू कम तो नहीं……
इस बार के शेड्यूल से काफी लोग खुश नहीं हैं क्योंकि इसी दौरान दक्षिण अफ्रीका में फीफा चल रहा होगा. सब जानते हैं फुटबॉल के सामने क्रिकेट की लोकप्रियता कहीं नहीं ठहरती. लेकिन एशियाई देशो में जहां फुटबॉल कम लोकप्रिय है वहां क्रिकेट का जादू जरुर चलेगा. लेकिन फिर भी आईसीसी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ऐसे समय में कोई श्रृंखला न हो.
एशिया कप के लिए टीमें
भारत : महेंद्र सिंह धोनी ( कप्तान), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, आर आश्विन, सौरभ तिवारी, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, विराट कोहली, रविंद्र जडेजा, हरभजन सिंह, प्रज्ञान ओझा, आशीष नेहरा, प्रवीण कुमार, जहीर खान.
श्रीलंका : कुमार संगकारा (कप्तान), मुथैया मुरलीधरन, माहेला जयवर्धने, तिलकरत्ने दिलशान, उपुल थरंगा, थिलन समरवीरा, एंजेलो मैथ्यूज, फरवेज महरूफ, चमारा कापूगेदारा, नुवान कुलसेकरा, चनाका वेलेगेदारा, लसिथ मलिंगा, सूरज रांडीव, रंगना हेराथ और थिलिना कैन्डैम्बी.
पाकिस्तान : शाहिद अफरीदी (कप्तान), सलमान बट्ट (उपकप्तान), इमरान फरहत, शाहजैब हुसैन, उमर अकमल, शोएब मलिक, असद शफीक, उमर अमीन, कामरान अकमल, अब्दुर रज्जाक, मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद आमेर, शोएब अख्तर, सईद अजमल और अब्दुर रहमान.
बांग्लादेश: सकीबुल हसन(कप्तान), मुश्फिकुर रहीम, तमीम इकबाल, इमरूल कायेस, जाहुरूल इस्लाम, जुनैद सिद्दीकी, मोहम्मद अशरफुल, महमुदुल्लाह, मशरफे मुर्तजा, नईम इस्लाम, अब्दुर रज्जाक, सैयद रसेल, रूबेल हुसैन, सैफुल इस्लाम और सुहरावादी सुवो.
एशिया कप में किस पर है नजर
भारत
भारतीय क्रिकेट इस समय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. पहले टी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप में हार फिर जिम्बावे में युवा खिलाड़ियों की करामात. इस समय अधिकतर भारतीय खिलाडी फार्म में नहीं हैं, ऐसे में जीत का सारा दारोमदार युवा खिलाड़ियों पर ही होगा. टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया में सीनियर खिलाड़ियों की वापसी हुई है. सौरभ तिवारी एक मात्र नया चेहरा हैं जिन्हें टीम इंडिया में शामिल किया गया.
सचिन को आराम
एशिया कप में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर नहीं खेलेंगे. उन्हें इस बार आराम दिया गया है. यह भारतीय टीम के लिए कोई अच्छी खबर नहीं है क्योंकि वह इस समय अपने सबसे बेहतरीन फार्म में थे.
युवी और पठान बाहर
युवराज सिंह को फिटनेस और खराब फार्म की वजह से टीम इंडिया में जगह नहीं दी गई है. हाल ही उनके फिटनेस पर कई सवाल उठे कि वह मोटे हो गए हैं और उनकी फिटनेस खेलने लायक नहीं है. साथ ही उनका फार्म भी गिर चुका है. कई मौके देने के बावजूद भी उम्मीदों पर खरे न उतरने वाले यूसुफ पठान को भी चयनकर्ताओं ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इन दोनों के अलावा खराब फॉर्म की गाज दिनेश कार्तिक और मुरली विजय पर भी गिरी है
श्रीलंका में है दम
एशिया कप के लिए दिग्गज बल्लेबाज़ सनत जयसूर्या और स्टार स्पिनर अजंथा मेंडिस को श्रीलंकाई टीम में शामिल नहीं किया गया है. लेकिन फिर भी इस टीम को होम सपोर्ट का फायदा मिलेगा. संगाकारा और दिलशान इस समय अपने पूरे शवाब पर हैं. दिलशान ने जहां हाल ही में जिम्बावे के खिलाफ जता दिया कि वह अपने दम पर खेल का रुख अकेले ही बदल सकते हैं.
श्रीलंकाई चयनकर्ताओं ने तेज़ गेंदबाज़ फरवेज़ महरूफ को शामिल किया है. पूर्व कप्तान अरविंद डी सिल्वा के नेतृत्व में काम कर रही चयन समिति ने पहली बार किसी टीम का चयन किया है. डि सिल्वा को दो सप्ताह पहले ही चयन समिति का प्रमुख नियुक्त किया गया था.
पाकिस्तान बदल सकती है तस्वीर
पाकिस्तान हमेशा से ही इस कप में सबसे ताकतवार टीम रही है. नए कप्तान अफरीदी के नेतृत्व में पाकिस्तान में नया जोश है. कामरान बंधुओं का फार्म, शोएब की वापसी और कप्तान का आत्मविश्वास यह सब काफी है पाकिस्तान को खिताब दिलाने के लिए.
रावलपिड़ी एक्सप्रेस की वापसी: एक साल से भी ज्यादा समय से क्रिकेट के मैदान से दूर रहने के बाद शोएब अख्तर की वापसी ने पाक क्रिकेट के साथ सभी क्रिकेट प्रेमियों को खुशी की वजह दे दी है.
सानिया मिर्जा से शादी के बाद तो जैसे शोएब मलिक की तकदीर ही बदल गई. इस श्रृंखला में उनकी भी वापसी हो रही है.
बांग्लादेश करेगा उलटफेर
बांग्लादेश हमेशा से ही बडे उलटफेर करने के लिए जानी जाती है. सब जानते हैं इस टीम में ऐसे-ऐसे चीते हैं जो सबकी हालत खराब कर सकते हैं. ऐसे में बांग्लादेश सब के लिए खतरा बन सकती है. इस प्रतियोगिता के लिए हरफनमौला खिल़ाडी सकीबुल हसन को कप्तान नियुक्त किया गया है. तो वहीं मध्यक्रम के बल्लेबाज आफताब अहमद को जगह नहीं मिली है.
देखते हैं चीतों की जंग में कौन जीतेगा
15 से 23 जून तक चलने वाली इस श्रृंखला में भरपूर उत्साह होगा या नहीं यह कह नहीं सकते लेकिन एक बात तो साफ है कि इसके बाद साफ हो जाएगा कि एशिया में कौन है चैम्पियन.
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