‘महामानव’ एक ऐसा मनुष्य होता है जो अपनी क्षमता से कुछ ऐसा कारनामा कर जाता है जिसे विश्व उसे सामान्य व्यक्ति से अलग देखने लगता है. उसके पास इतनी शक्ति और उर्जा होती है कि कोई भी चुनौती उसके सामने बौनी लगने लगती है. आज खेल की दुनिया में दो ऐसे ही महामानव हैं जिसकी चर्चा करना बहुत ही जरूरी है: उसैन बोल्ट और माइकल फेल्प्स.
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उसैन बोल्ट (Usain Bolt)
‘उसैन बोल्ट’ जो जीता-जागता इंसानी रूप में एक चीता है और जिसके लिए फ़र्राटा दौड़ मानों दौड़ नहीं बल्कि एक मामूली खेल है जिसे वह बड़ी सुगमता से नाच गाकर खेलता है. दौड़ एक ऐसा गेम है जिसमें खिलाड़ी को पूरी तरह से फिट होना जरूरी होता है. उसके अंदर उर्जा और ताकत हो कि वह किसी भी हार को जीत में तबदील कर दे. इस योग्यता में उसैन बोल्ट पूरी तरह से खरे उतरते हैं. जमैका में जन्में 25 साल के उसैन बोल्ट की पहचान विश्व में रिकॉर्डधारी ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट के रूप में प्रचलित है. उन्होंने बहुत ही कम उम्र में दुनिया के सबसे तेज धावक बनने का दर्जा प्राप्त किया. उन्होंने अपनी रफ्तार से अपने फैन फॉलोइंग की संख्या को बढ़ाया है.
बोल्ट का बेहतर प्रदर्शन
वर्ष | टूर्नामेंट | स्थान | परिणाम | वर्ग | समय (सेकेंड) |
2002 | विश्व जूनियर चैंपियनशिप | जमैका | गोल्ड | 200 मी | 20.61 |
2007 | विश्व चैंपियनशिप | जापान | सिल्वर | 200 मी | 19.91 |
2008 | ओलंपिक | बीजिंग | गोल्ड गोल्ड गोल्ड | 100 मी 200 मी 400 मी रिले | 6.69 19.30 37.10 |
2009 | विश्व चैंपियनशिप | बर्लिन | गोल्ड गोल्ड गोल्ड | 100 मी 200 मी 400 मी रिले | 9.58 19.19 37.31 |
2011 | विश्व चैंपियनशिप | दक्षिण कोरिया | गोल्ड गोल्ड | 200 मी 400 मी रिले | 19.40 37.04 |
2012 | ओलंपिक | लंदन | गोल्ड गोल्ड गोल्ड | 100 मी 200 मी 400 मी रिले | 9.63 19.32 36.84 |
अपने खेल में संयम रखने वाले बोल्ट स्वभाव से एक मौज-मस्ती करने वाले युवा की तरह हैं जो गाता भी है और बजाता भी है और डांस भी करता है. उसैन बोल्ट जिस ढंग से दौड़ लगाते हैं उसे देखकर उसे देखकर यही लगता है कि वह बहुत ही कूल इंसान हैं. बोल्ट जिसे फर्राटा दौड़ का बादशाह कहा जाता है उसे क्रिकेट से बहुत ही लगाव है. सुनने में यह आया है कि स्प्रिंट किंग’ उसैन बोल्ट ऑस्ट्रेलिया में ट्वेंटी-20 क्रिकेट बिग बैश लीग में खेल सकते हैं. बोल्ट के इस ट्वेंटी-20 लीग में खेलने की बातें चल रही हैं, जिसमें शेन वार्न उन्हें मेलबर्न में क्रिकेट खिलाने के अभियान की अगुवाई कर रहे हैं.
माइकल फेल्प्स (Michael Phelps)
हमने बात की उसैन बोल्ट की जिसकी रफ्तार के आगे बड़े-बड़े सूरमा नतमस्तक हो जाते हैं. अब हम बात कर रहे हैं एक ऐसे महामानव की जो ओलंपिक में इस तरह से मैडल हासिल करता है मानो वह विश्व का शक्तिशाली राष्ट्र है. हम बात कर रहे हैं अमेरिका के तैराक माइकल फेल्प्स की. ओलंपिक में सबसे अधिक मैडल किसी के नाम है तो वह हैं महानतम तैराक माइकल फेल्प्स. फेल्प्स के नाम तैराकी का हर रिकॉर्ड है लेकिन 31 जुलाई, 2012 को फेल्प्स ने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया जिसका टूटना बिलकुल नामुमकिन लगता है. माइकल फेल्प्स ने लंदन महाकुंभ में 4X200 फ्री-स्टायल री-ले में गोल्ड मेडल जीत लिया. इसी के साथ अब फेल्प्स के नाम ओलंपिक में 19 मेडल हो गए हैं. उन्होंने यूक्रेन के लैरिसा लैतिनिना के 48 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया. लैतिनिना के नाम 18 ओलंपिक मेडल थे. फिलहाल फेल्प्स के नाम 18 स्वर्ण सहित कुल 22 पदक है. इस उपलब्धियों के बाद फेल्प्स ने 4 अगस्त 2012 को तैराकी से संन्यास ले लिया.
2012 लंदन ओलंपिक: 4 स्वर्ण और 2 रजत पदक
2008 बीजिंग ओलंपिक: 8 स्वर्ण पदक
2004 एथेंस ओलंपिक:6 स्वर्ण पदक, दो रजत पदक
2000 सिडनी ओलंपिक: कोई पदक नहीं, 200 मीटर बटरफ्लाई में पांचवें स्थान पर रहे.
बीजिंग ओलंपिक की तरह इस बार भी उसैन बोल्ट और माइकल फेल्प्स महामानव के रूप में सामने आए जिनको पूरी दुनिया ने देखा. विश्व के ऐसे महामानव शताब्दी में केवल एक-दो ही पैदा होते हैं जो अपने कारनामों से एक अटूट इतिहास बना जाते हैं.
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