Menu
blogid : 14360 postid : 1139424

अभिव्यक्ति की ये कैसी आज़ादी ?

aawaz
aawaz
  • 15 Posts
  • 0 Comment

आज देश की स्थिति देखकर रूह कांप. उठती है. देेश के अंदर देश विरोधी नारे लगाये जा रहे हैं आज़ादी की बात करते हैं। आतंकवादियों को शहीद कहते हैं?

येह उनके लिए है इस लेख से किसी पर कोई टिप्पणी करने का उद्देश्य नहीं है किसी को क्षति पहुँचती है

तो हम माफ़ी मांगते है। ये लेख राष्ट्र और देश विरोधी गतिविधयों और नारों के खिलाफ लिखा गया है।

जो ऐसी बातों का खंडन करता है जो देश की छवि खराब करे।

अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर इतना भी घमंड मत करना की कुछ भी तुम केहजाओगे देश विरोधी नारे लेकर विषैले जंग जीत जाओगे
भिनत्ता मैं एकता का प्रतीक है ये देश, जिसे तुम कभी खण्डित नहीं कर पाओगे
” वीर , शहीद ” वार पीछे से या छिपके नही करते , वीर शहीद का अर्थ हमारे सैनिक  है
अभिव्यक्ति की ये कैसी है भाषा जो मुजरिमों आतँकियोँ को सराहे

मर्यादा लांघने पर उचित कारवाही अनिवार्य है, जैसे बच्चे की गलती पर माँ बाप उसे उचित सिख के

पाठ पढ़ाते हैं। इस घटना से सिख येही लेना की देश का हित करो या न करो , अहित करने की सोच भी न रखना

देश मैं शांति से काम लिया जाता है ,न्याय प्रक्रिया का सम्मान होता है।

कारवाही शांति से पुरे तथ्यों के साथ होती है, हमारी शांति और सय्यम की परीक्षा मत लेनाकुछ रहे याद या न रहे ,

ये ज़रूर याद रखना की कोई दूर बर्फ मैं खड़ा है रक्षा तुम्हारे करने

सुख नींद की तुम सो सको, प्राण भले ही उसके जाये पर महफूज़ तुम रह सको संकल्प लिए खड़ा है वो दिन रात एक करके
ऐसे शब्द उजागर करके कमसे कम मज़्ज़ाक़ तो न उड़ाओ ,उनके लिए आंसू भले ही न बहा सको मगर उनके घाव मत जगाओ

ये देश हम सबका है , हम सब इसका सम्मान करे . बहार की कोई भी शक्ति जो देश मैं इस तरह की फ़िराक मैं हो दिखा दें उसे की उसका अंजाम

मिलकर करें अभिमान हम अपने भारतीय होने का निकालो नकारात्मक शक्तियां और ऐसे विचार, मिलकर एक स्वर मैं कहैं हम

जय हिन्द , जय हिन्द , जय हिन्द

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply