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मैं शराब हूँ, तो हूँ ..

sach ka aaina
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sunita dohare

मैं शराब हूँ, तो हूँ ..

शराब का नशा मनुष्य को मार देता है l ये सत्य है कि नशा कुछ पल का मजा जरुर है । लेकिन जीवन भर की सजा दे जाता है । वास्तव में शराब नशा जिन शब्दों से मिलकर बना है उनका मतलब भी कुछ ऐसे निकलता है जैसे कि,

शराब नशा,   श, शत प्रतिशत, रा, राक्षसों जैसा , ब, बना देने वाला पेय l नशा, जैसे न और श से मिलकर बना है यहाँ न का अर्थ होता है “नेस्तनाबूत” तथा ‘श’ का अर्थ हैं शरीर l अर्थात नशा शब्द नशा करने वालों को स्वयं भी ये चेतावनी देता है कि “मै” (नशा) तुम्हारे शरीर, मन एवं मस्तिष्क, परिवार, रिश्तों को नेस्तनाबूद कर दूंगा। हे व्यक्ति ! मैं तुम्हारा जीवन बर्बाद कर दूंगा। मैं तुम्हे अर्थहीन, परिवारविहीन, समाजविहीन तथा शक्तिहीन कर दूंगा। इसलिए मुझसे दूर रहो.

मदिरा :- म –  मरघट, दि – दिखाने वाला, रा – रास्ता l यानि कि हे व्यक्ति ! अगर तुम मेरी बात नहीं सुनोगे तो तुम्हे मैं सीधे मरघट, कब्रिस्तान पहुंचा दूंगी, क्यूंकि में मदिरा हूँ l

मैं समय असमय शराबी व्यक्ति के विवेक को छलती रही हूँ और शराबी की बुद्धि पर राज करती रही हूँ, मैं हर तीज त्यौहार और शादी ब्याह के अवसर पर परोसी जाती रही हूँ, जिसके चलते, मैंने अच्छों अच्छों को बर्बाद किया है मैं तुम्हारी एक नहीं सुनुगी l

शराब  को english में  कहते है  wine :- W – wisdom (ज्ञान), I  – income (आमदनी), N – nature (गुण), E – end (समाप्त)….कुछ लोग मुझे प्यार से वाइन भी कहते हैं और क्यूँ ना कहें, मैं जिसके सर चढ़ती हूँ उसका ज्ञान, रुपया, गुण सब हर लेती हूँ और आखिरी में व्यक्ति को समाप्त कर देती हूँ l

अगर मेरे गलत इस्तेमाल से बचना चाहते हो l तो तुम्हारा यह लक्ष्य होना चाहिए कि हम न सिर्फ पियक्कड़पन से, बल्कि ज़्यादा शराब पीने से भी दूर रहें। अगर आप समस्या से भागने के लिए मुझे पीते हैं तो ऐसा मत कीजिए बल्कि मेरी ललक का डटकर मुकाबला कीजिए। इसलिए मुझ जैसे जहर को हाथ ना लगाइए एवं अपनी संस्कृति के प्रत्येक त्यौहार को आनंद पूर्वक मनाएं…..। क्यूंकि परमेश्वर के वचन में दी सलाहों को अमल में लाकर समस्याएँ सुलझायी जा सकती हैं। मुझको पीने से मनुष्य, शारीरिक एवं आर्थिक रूप से खोखला हो जाता है। मुझसे ज्यादा प्रेम करोगे और ज्यादा अपने पास रखोगे तो मैं समाज में तुम्हारे नैतिक पतन का कारण भी बन जाउंगी । मैं तुम्हे पूरी तरह अपने वश में करके आर्थिक, शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक स्तर पर बर्बाद कर दूंगी । क्यूंकि मेरा जन्म ही इसीलिए हुआ है.
क्यूंकि मैं वो अवसाद हूँ जो पुरुषों और महिलाओं के मस्तिष्क की काम करने और सोचने की क्षमता को छीन लेती हूँ, इसीलिए आपने देखा होगा कि मुझे पीने के बाद व्यक्ति अपने साधारण व्यवहार को भूल कर गाली गलौच और अमानवीय व्यवहार करने लगता है l मैं मस्तिष्क के कार्य करने की प्रक्रिया को रोककर कोशिकाओं को शिथिल और निष्क्रिय कर देती हूँ, जिससे मस्तिष्क में भ्रम पैदा होने लगता है. और मेरे ऐसा करने से व्यक्ति डिप्रेशन और चिंता के खतरे में आ जाता है.
जब कोई व्यक्ति मुझे पीता है तो उसके हृदय को 10 % ज्यादा तेजी से कार्य करना पड़ता है जिसकी वजह से रक्तचाप बढ़ जाता है और धमनियां फैलने लगती है l इससे रक्त संचार भी बढ़ जाता है और शरीर में अत्यधिक गर्मी पैदा होने लगती है l  जो हृदय और शरीर के लिए हानिकारक होती है l इससे व्यक्ति को हार्टअटैक की भी सम्भावना बढ़ जाती है l यकृत शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, मेरे अधिक सेवन से व्यक्ति का लीवर खराब हो जाता है और लीवर कैंसर होने की सम्भावना बनी रहती है.
लोग कहते हैं कि मैं एक सामाजिक बुराई एवं पारिवारिक क्लेश का एक बड़ा कारण रही हूँ । तो इसमें गलत क्या है मेरा काम ही यही है l मैं समाज के विकास में सर्वाधिक बाधक हूँ । आप मेरे सेवन कीजिये फिर मैं आपके परिवार में कलह, आर्थिक तंगी तथा सामाजिक विघटन करवा दूंगी ।
मेरे सेवन से क्या परिणाम होगा यह ज्ञात होने के बावजूद भी बहुत ही शौकिया अंदाज में उसमें लीन रहते है, बहुत ही आनन्द के साथ मेरे छोटे छोटे पैग बनाकर शुरू होते है फिर आखिर में पूरी बोतल गटक जाते हैं और दिन रात लुत्फ़ उठाते है l मुझे पीने वाले सोचते हैं मुझे पीकर मेरा अस्तित्व समाप्त कर देंगे l लेकिन, वो ये नही जानते मैं घर घर में अपने पैर फैला चुकी हूँ और हर घर की दीवारें खोखली कर रही हूँ. इसलिए अच्छाई यही है कि मुझसे दूर रहिये ……

सुनीता दोहरे
प्रबंध सम्पादक

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