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सूर्य नमस्कार पर विवाद के चलते बिहार सरकार ने स्कूलों में इसे वैकल्पिक करने का आदेश दे दिया है। मुस्लिम संगठन स्कूलों में सूर्य नमस्कार को जरूरी बनाये जाने का विरोध कर रहे थे। अब बिहार सरकार ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को नया सर्कुलर जारी कर दिया है, जिसके अनुसार सूर्य नमस्कार वैकल्पिक हो गया है। उल्लेखनीय है कि इस साल पूर देश में स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती मनाई जा रही है। इसी के तहत सोमवार को बिहार के सभी स्कूलों में चौथी से सातवीं कक्षा तक के बच्चों को सूर्य नमस्कार करना है। स्कूलों में सूर्य नमस्कार की अनिवार्यता से इंकार करते हुये माध्यमिक शिक्षा निदेशक कमल किशोर सिन्हा ने कहा कि सोमवार को सरकारी स्कूलों में प्रार्थना सत्र के बाद होने वाले सूर्य नमस्कार में बच्चे अपनी इच्छा से भाग ले सकते हैं। इसके लिये उन पर कोई दबाव नहीं होगा। शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश 18 फ़रवरी 2013 बिहार में भगवा रंग अब और टेस होने लगा है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार विवेकानंद की 150 वीं जयंती के मौके पर आगामी 18 फ़रवरी को सूबे के सभी स्कूलों और कालेजों में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया जायेगा। विवेकानंद के जन्मदिन पर सूर्य नमस्कार पर विश्व रिकॉर्ड बनाने के प्रयास में लगी है, सूर्य नमस्कार को ग़ैर इस्लामिक बताते हुए एस आसिफ़ इमाम कक़वि ने कहा कि कि ये मूर्ति पूजा के समान है, जिसकी इस्लाम में अनुमति नहीं है. ईसाई समुदाय का कहना है कि सूर्य नमस्कार एक धार्मिक क्रिया है और सूरज को भगवान नहीं माना जा सकता है।एस आसिफ़ इमाम कक़वि ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सूर्य नमस्कार से ज्यादा अन्य जरूरी मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही, सरकार को शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने पर ध्यान देना चाहिए। सरकार के मुख्यमंत्री ने स्पष्टीकरण जारी किया है कि किसी के लिए भी सूर्य नमस्कार में हिस्सा लेना अनिवार्य नहीं है.वैसे सूर्य नमस्कार को लेकर ये विवाद नया नहीं है. इससे पहले भी सरकार ने स्कूलों में छात्रों के लिए वंदेमातरम और सूर्य नमस्कार अनिवार्य करने का नियम बनाया था लेकिन शिक्षा के भगवाकरण के आरोपों और अदालत के आदेश के बाद मध्यप्रदेश इसे वापस ले लिया गया .भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता मिलने पर स्कूलों में ‘वंदे मातरम’ का पाठ और सूर्य नमस्कार को अनिवार्य बनाने की घोषणा की है. भाजपा ने एक बार फिर मंदिर मुद्दे पर लौटते हुए जनता से वादा किया है कि सरकार बनने पर अयोध्या में राम मंदिर बनाने की राह में आ रही रुकावटों को दूर किया जाएगा. भाजपा की सरकार बनी तो पाठ्यपुस्तकों में ‘जैन, जाट और सिखों पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों’ को हटा दिया जाएगा. आलराबता एजुकेशन वेलफेर ट्रस्ट के जेनेरल सेक्रेटरी एस आसिफ़ इमाम कक़वि ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार धीरे और घातक तरीके से प्रदेश में शिक्षा का भगवाकरण कर रही है। उनका कहना है कि मजहब को सरकारी स्कूलों से नहीं जोड़ा जाना चाहिये। इससे बच्चों को नुकसान होता है।
आलराबता एजुकेशन वेलफेर ट्रस्टके जेनेरल सेक्रेटरी कहना है कि इस्लाम हमें किसी तस्वीर या त्रिआयामी वस्तु के सामने झुकने की इजाजत नहीं देता। विभिन्न संगठनों के मुस्लिम नेताओं ने मुस्लिम यूनिट’ के तत्वावधान में मुस्लिम विद्यार्थियों से अपील की कि वे इस गैर इस्लामिक गतिविधियों में हिस्सा नहीं लें।
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