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कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए आस्ट्रेलिया और भारत के मैच में भारत की 9 विकेट से करारी हार के बाद अब सब की निगाहें रविवार को खेले जाने वाले बहुप्रतीक्षित भारत-पाकिस्तान के मैच पर टिकी हुई हैं. भारत के लिए यह मैच करो और मरो वाला होगा. इसमें भारत की एक भी चूक उन्हें टी20 प्रतियोगिता से निकाल बाहर करेगी. पिछले मैच में भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने हार के बाद बयान दिया था कि वह अपनी गलतियों से सबक लेंगे जो भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ की हैं. लेकिन यहां तो गलती सुधारने का समय ही नहीं है. भारतीय टीम जब तक अपनी गलतियों पर विचार करेगी तब तक वह पाकिस्तान के खिलाफ मैच के मुहाने पर खड़ी दिखाई देगी.
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पाकिस्तान का चैम्पियन वाला प्रदर्शन
अधिकतर देखा गया है कि भारत बड़े मैचों में पाकिस्तान के खिलाफ हावी रहता है. 2011 विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में हमने देखा लेकिन यहां परिस्थितियां भारत के खिलाफ बिलकुल ही अलग ही दिखाई दे रही हैं. पाकिस्तान ने टी20 2012 में अब तक जितने भी प्रदर्शन किए हैं उनमें एक चैम्पियन टीम की झलक दिखाई रही है. इनके गेंदबाज से बल्लेबाज तक दोनों ही फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं वहीं भारत की बात की जाए तो भारत अभी तक लय में नहीं आ पाया है.
भारत का गेंदबाजी से लेकर बल्लेबाजी में बुरा प्रदर्शन
भारत ने टी20 2012 में जितने भी मैच खेले हैं उसमें यह साबित नहीं हो पाया है कि टी20 का खिताब लाने में वह सक्षम है. टीम की गेंदबाजी से लेकर बल्लेबाजी में दोनों में खराब प्रदर्शन जारी है. टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं जिस पर यह भरोसा किया जा सके कि एक जादुई प्रदर्शन करके दिखाएगा.
क्रिकेट में भारत का पाकिस्तान के खिलाफ खेलना केवल टीमों का खेल नहीं बल्कि इसमें लाखों-करोड़ों लोगों की उम्मीद और संवेदना जुड़ी होती है. ऐसे में भारत के सामने दो चुनौतियां हैं – एक तो यह कि वह न केवल पाकिस्तान के खिलाफ अपना मैच जीते बल्कि बड़े मार्जिन से पाकिस्तान को हराकर अपने नंबर रेंटिग में सुधार करे.
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