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मार्केट में सफल होने का सबसे अच्छा तरीका है लोकल चीजों पर अपनी पकड़ मजबूत करो. यह वो फंडा है जो हर छोटा-बड़ा उद्यमी अपनाता है और जब बात पूरे देश पर अपनी पैठ जमानी की हो तो भला कौन इसमें मात खाना पसंद करेगा.
अब देखिए ना अभी तक जहां सभी गैजेट और मोबाइल कंपनियां अंग्रेजी भाषा के महत्व को स्वीकार करती आ रही थी वहीं पिछले कुछ समय अंग्रेजी के आधिपत्य के बीच थोड़ा बहुत स्थान हिन्दी को भी दिया जाने लगा है. लेकिन सैमसंग ने इस क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ते हुए भारत की प्रमुख 9 क्षेत्रीय भाषाओं को भी अपनी आय बढ़ाने का जरिया बना लिया है.
उल्लेखनीय है कि अभी कुछ दिन पहले ही सैमसंग ने बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम, गुजराती,मराठी, कन्नड़ आदि जैसे भाषाओं में अपनी एप्स लॉंच की हैं. अरे भई अब जब भारतीय फोन मार्केट विश्व की दूसरी सबसे बड़ी फोन मार्केट बन गई है तो ऐसा करना बहुत हद तक लाजमी भी तो है.
वैसे भी भारत में स्मार्टफोन और टैबलेट बहुत तेज गति से लोकप्रिय होने लगे हैं ऐसे में सैमसंग एप्स को भारतीय भाषाओं में लॉंच करने का निर्णय डबल फायदे का सौदा हो सकता है. गाने सुनने हों, फिल्में देखनी हों, कोई खबर पढ़नी हो, यहां तक की खाना बनाने की विधि के लिए भी लोग एप्स की मदद लेने लगे हैं. ऐसे में जब क्षेत्रीय भाषाओं में एप्स डाउनलोड करने की आजादी हो तो ज्यादा डाउनलोडिंग की गारंटी तो होती है साथ ही जिन लोगों की पकड़ हिन्दी या अंग्रेजी पर कमजोर हैं, जिस वजह से वह स्मार्टफोन की एप्स का प्रयोग कर ही नहीं पाते थे वह भी अब स्मार्टफोन खरीदने की हालत में होंगे. इससे कंपनी की बिक्री भी ज्यादा होगी और डाउनलोडिंग की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी.
फिल्हाल सैमसंग ने क्षेत्रीय भाषाओं में एप्स की सुविधा सैमसंग गैलेक्सी ग्रांड, गैलेक्सी एस 4 और हाल ही में लॉंच हुई टैबलेट 3 में उपलब्ध होगी.
Web Title: Samsung launched mobile apps in 9 Indian languages.
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