वेद क़ुरआन
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पूर्व हो या पश्चिम, उत्तर हो या दक्षिण, देश हो या विदेश, औरत और मर्द के लिए यौन संबंध की व्यवस्था के लिए निकाह और विवाह की एक रस्म को अदा करना सभी जगह ज़रूरी समझा जाता है। इसके ज़रिये मस्ती के साथ हस्ती की ज़िम्मेदारी को भी बांटा जाता है। सेक्स में मज़ा भी है लेकिन अगर इसे नियमों की अनदेखी करके लिया जाए तो यह सज़ा भी है। जिन समाजों में ऐसा किया गया है, वहां अवैध संतानों, एकल और भग्न परिवारों की बाढ़ आ गई है।
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