आज प्यार समाज में बेहद आम और कमजोर हो चुका है. एक जमाना था जब प्यार पाने के लिए लोगों को लाखों पापड़ बेलने पड़ते थे, तब प्यार में की गई मेहनत का फल भी मीठा होता था लेकिन आज प्यार पाने के लिए कोई खास मेहनत तो करनी नहीं पड़ती. विश्व में रोमांस और प्यार का नया ठेका मोबाइल ने ले लिया है जो कई सौ सालों तक लव-लेटर के पास रहा और इस नए ठेके ने प्यार को मात्र पेड़ पर लगा एक फल बना दिया है. लड़की से बात करो, उसका नंबर लो नंबर दो, दो चार सही से स्टाइल मारो और लड़की पट गई. पर लड़कियां भी कम नहीं. कई लड़कियां अपनी सहूलियत के अनुसार दो-चार बॉयफ्रेंड रखने में गुरेज नहीं करतीं.
यह हास्य वीडियो एक विज्ञापन के गाने की कॉपी करके बनाया गया है जिसे मात्र व्यंग्य के रूप में पेश किया गया है. लेकिन इस हास्य कविता में भी समाज के उस वर्ग पर कठोर मार करने की कोशिश की गई है जो प्यार को अपने ऐशो-आराम को पूरा करने का साधन मानता है.
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