विश्व कप 2011 अब खत्म हो चुका है. 19 फ़रवरी को शुरू हुआ विश्व कप का कारवां 43 दिनों तक चलने के बाद भारत की सुनहरी जीत पर जाकर रुका. 28 साल बाद दुबारा भारत क्रिकेट में विश्व विजेता बना. लगातार तीन बार के विजेता आस्ट्रेलिया को हराकर भारत ने इस ट्राफी पर अपना दबदबा बनाया.
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुए इस ऐतिहासिक फाइनल को भारत समेत दुनिया के कई करोड़ लोगों ने देखा और जिसने भी देखा उसके दिल में यह तस्वीर बस गई. सचिन को कंधे पर उठा कर स्टेडियम के चक्कर लगाना, हरभजन और युवराज का रोना, भारतीय खिलाडियों का अपने कोच का सम्मान करना. यह सब एक सपने की तरह था जिसे हर भारतीय बार-बार देखना चाहेगा.
5 जून, 1983 को कपिल देव के धुरंधरों ने लार्ड्स में इतिहास रचा था और इस बार 2 मार्च, 2011 को धोनी के धुरंधरों ने इतिहास रच दिया. कप्तान धोनी ने जीत का छक्का क्या लगाया एक अरब 21 करोड़ भारतीयों का अरमान पूरा हो गया. आप भी एक बार फिर इस रोमांच को महसूस कीजिए और खो जाइए जीत के उन हसीन लम्हों में.
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